Gadchiroli News: समूह निवासी शाला की छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करने वाला प्रधानाध्यापक गिरफ्तार

समूह निवासी शाला की छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करने वाला प्रधानाध्यापक गिरफ्तार
  • कुक्कामेट्टा की घटना के बाद भामरागढ़ की छात्राओं ने दिखाया साहस
  • शिकायत के बाद की कार्रवाई

Gadchiroli News तहसील मुख्यालय की समूह निवासी शााला की नाबालिग छात्राओं की शिकायत के आधार पर मंगलवार 11 मार्च की देर रात भामरागढ़ पुलिस ने इस स्कूल के प्रधानाध्यापक को छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार प्रधानाध्यापक का नाम भामरागढ़ निवासी मालू नोगो विडपी (50) है। जानकारी के अनुसार, भामरागढ़ तहसील मुख्यालय में समूह निवासी छात्राओं की स्कूल कार्यरत है। इस स्कूल में पहली से 7वीं तक की कक्षाएं हैं। यहां कुल 100 छात्राएं हैं।

इस स्कूल में प्रधानाध्यापक पद पर मालू विडपी कार्यरत होकर पिछले 2 वर्षों से उनके द्वारा स्कूल की छात्राओं के साथ अश्लील हरकत की जा रही थी। लेकिन डर और बदमानी के चलते अब तक किसी भी छात्रा ने इस संदर्भ में न तो अपने परिजनों को सूचित किया था और न ही इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी। लेकिन एक सप्ताह पूर्व इसी तहसील के कुक्कामेट्टा स्थित जिला परिषद शाला के प्रधानाध्यापक रवींद्र गव्हारे द्वारा भी छात्राओं के साथ अश्लिल हरकत करने की शिकायत दर्ज करते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। भामरागढ़ पुलिस थाना पहुंचकर प्रधानाध्यापक विडपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी। इस िशकायत को गंभीरता से लेते हुए भामरागढ़ पुलिस ने तत्काल एक्शन लेकर प्रधानाध्यापक विडपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने विडपी के खिलाफ पोक्सो के तहत अपराध दर्ज किया है।

अधिकांश शालाओं में अब भी सीसीटीवी नहीं : गत दिनों नासिक जिले के एक निजी स्कूल में शिक्षक द्वारा नाबालिग छात्रा के साथ बलात्कार का मामला उजागर हुआ था। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने समूचे राज्य की स्कूलों को सीसीटीवी कैमरे से लैस कराने के आदेश दिए थे। लेकिन गड़चिरोली जिले की अधिकांश स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे अब भी लगाए नहीं गए हैं। इसी कारण कुक्कामेट्टा और भामरागढ़ की समूह निवासी शाला में अश्लील हरकत जैसे मामले उजागर हो रहे हैं।

जिले में और भी हो सकते हैं अत्याचार के मामले : गड़चिरोली जिला आदिवासी बहुल है, यहां की अधिकांश स्कूलें एक शिक्षकी है। वहीं आश्रमशाला, समूह निवासी शाला और केंद्र सरकार द्वारा आरंभ की गयी कस्तूरबा गांधी स्कूलों में छात्राओं की संख्या अधिक है। इन स्कूलों में भी छात्राओं के साथ अत्याचार, अश्लील हरकत जैसे मामले को नकारा नहीं जा सकता। भय और बदनामी के डर से यह मामले अब तक उजागर नहीं हुए हैं। इस तरह के मामलों पर प्रतिबंध लगाने और छात्राओं की सुरक्षा करने सरकार समेत जिला परिषद के शिक्षाा विभाग को सख्त उठाने की आवश्यकता है।

Created On :   13 March 2025 6:38 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story