प्रशासन के निर्णय से आक्रोश: पेसा क्षेत्र में शिक्षकों के रिक्त पदों पर सेवानिवृत्त शिक्षकों के चयन की शर्त रद्द करें

पेसा क्षेत्र में शिक्षकों के रिक्त पदों पर सेवानिवृत्त शिक्षकों के चयन की शर्त रद्द करें
  • पेसा क्षेत्र के शिक्षकों के रिक्त पदों का अंबार
  • शिक्षा विभाग द्वारा आदेशित निर्णय की प्रति को जलाया
  • मुख्य कार्यकारी अधिकारी को विभिन्न मांगों का ज्ञापन सौंपा

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । गड़चिरोली जिला आदिवासी बहुल और अतिदुर्गम क्षेत्र में बसा है। जिले में पेसा क्षेत्र के शिक्षकों के रिक्त पदों का अंबार है। जिसके चलते शिक्षा विभाग ने 15 जुलाई 2024 को आदेश निकाला। जिसमें पेसा क्षेत्र के शिक्षकों के रिक्त पदों पर सेवानिवृत्त शिक्षकों को चयनित करने का निर्णय लिया है जिससे जिले में उच्च शिक्षित डीएड, बीएड, एमएड, बीपएड, पीचडी बेरोजगार युवकों को रोजगार देने के अलावा उन्हें बेरोजगार ही रखने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया। इस निर्णय के खिलाफ आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारियों ने बुधवार, 07 अगस्त को स्थानीय इंदिरा गांधी चौक में धरना आंदोलन किया। जिसमें पेसा क्षेत्र में रिक्त शिक्षकों के पदों पर सेवानिवृत्त शिक्षकों को चयनित करने का निर्णय रद्द करने की मांग की गई।

धरना आंदोलन के बाद आजाद समाज पार्टी, भाकप, शेकाप, जंगोरायताड महिला संगठन आदि समविचारी पार्टी के पदाधिकारियों ने विधायक डा.देवराव होली और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुषी सिंह से मिलकर विभिन्न मांगों का ज्ञापन सौंपा। धरना आंदोलन के दौरान शिक्षा विभाग द्वारा आदेशित निर्णय की प्रति को जलाया गया।

आंदोलन में आजाद समाज पार्टी के प्रभारी धर्मानंद मेश्राम, जिलाध्यक्ष राज बन्सोड, कार्याध्यक्ष विनोद मडावी, महिला अध्यक्ष तारका जांभूलकर, भाकप नेते डा.महेश कोपूलवार, शेकाप नेते जयश्री जराते, जंगोरायताड महिला संगठन के अध्यक्ष आरती कोल्हे, विद्या दुगा, मालता पुडो बीआईएन के उज्वला शेंडे, सुखदेव जेंगठे, ज्ञानेश्वर पायघन, विजय देवतले, सोनू कुमरे, नयन कुमरे, सूरज कोडापे आदि उपस्थित थे।

Created On :   8 Aug 2024 9:47 AM GMT

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