शिक्षक दिवस पर भी कोसमी की शाला रही बंद

शिक्षक दिवस पर भी कोसमी की शाला रही बंद
आठ दिन से विद्यार्थी नहीं जा रहे स्कूल

डिजिटल डेस्क, धानोरा (गड़चिरोली)। जिले की विभिन्न स्कूलों और महाविद्यालय में शिक्षक दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। अधिकांश स्कूलों में विद्यार्थियों ने शिक्षक बनकर स्कूल की जिम्मेदारी भी संभाली। लेकिन शिक्षक दिवस पर भी तहसील की कोसमी स्थित जिला परिषद शाला में सन्नाटा छाया रहा। इस शाला में विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए केवल 2 ही शिक्षक कार्यरत होने से ग्रामीणों ने आक्रामक रुख अपनाते हुए पिछले आठ दिनों से विद्यार्थियों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है। इस कारण मंगलवार को विद्यार्थियों के अभाव में शाला का शिक्षक दिवस सूना नजर आया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम कोसमी की जिला परिषद शाला में पहली सेे 8वीं तक की कक्षाएं हैं। 93 विद्यार्थी शिक्षारत होकर यहां नाममात्र 2 शिक्षक कार्यरत हंै। शिक्षक की कमी होने से विद्यार्थियों का लगातार शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। इस संदर्भ में गत 30 जून को ग्रामीणों ने धानोरा पंस कार्यालय पहुंचकर गुट शिक्षाधिकारी को समस्या से अवगत कराया। लेकिन अब तक अतिरिक्त शिक्षक को नियुक्त नहीं किया गया। परिणामत: गत 29 अगस्त से अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है। साथ ही जब तक अतिरिक्त शिक्षक की नियुक्ति नहीं होती तब तक यह आंदोलन शुरू रखने का निर्णय भी लिया है फलस्वरूप शाला में कार्यरत दोनों शिक्षक हर दिन स्कूल पहुंचने के बाद शाम को अपने घर लौट जाते हैं। मंगलवार को जिले की सभी शालाओं में शिक्षक दिवस पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। लेकिन कोसमी की शाला में विद्यार्थियों के अभाव के चलते किसी तरह का कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया। शिक्षक दिवस पर भी शाला में सन्नाटा बना रहा। अतिरिक्त शिक्षक की नियुक्ति न करने पर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी शाला प्रबंधन समिति की अध्यक्ष रमाबाई भुर्वे, मानबत्ती भुर्वे, ग्रापं सदस्य रवींद्र मडावी, रमाबाई मानबली और अन्य नागरिकों ने दी है।

Created On :   6 Sept 2023 4:39 PM IST

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