अनदेखी का नतीजा: नशेड़ी वैद्यकीय अधिकारी के खिलाफ दूसरे दिन भी नहीं हुई कोई कार्रवाई

नशेड़ी वैद्यकीय अधिकारी के खिलाफ दूसरे दिन भी नहीं हुई कोई कार्रवाई
  • मामला एटापल्ली के ग्रामीण अस्पताल का
  • लापरवाही के चलते मामला ठंडे बस्ते में
  • जांच समिति की कार्यप्रणाली पर ही सवालिया निशान

डिजिटल डेस्क, एटापल्ली (गड़चिरोली)। सड़क दुर्घटना में घायल हुए दो व्यक्तियों पर समय पर इलाज करने के बजाए अस्पताल के प्रभारी वैद्यकीय अधिकारी डा. योगेश मानकर रविवार की रात अपने निवासस्थान में शराब के नशे में धुत पाये गये थे। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच समिति का गठन किया। लेकिन दो दिनों की अवधि बीत जाने के बाद भी अब तक संबंधित डाक्टर के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो पायी है। वहीं मंगलवार को दिनभर स्वयं डा. मानकर ग्रामीण अस्पताल में कार्य करते पाये गये। इस कारण अब जांच समिति की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान अंकित किया जा रहा है। इस मामले में स्थानीय नागरिकों ने नशेड़ी वैद्यकीय अधिकारी डा. मानकर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ उनका अन्यत्र तबादला करने की मांग की है।

दैनिक भास्कर ने भी इस गंभीर विषय को प्रकाशित कर स्वास्थ्य विभाग का ध्यानाकर्षण किया। इस बीच स्थानीय लोगों द्वारा की गयी मांग को देखते हुए गड़चिरोली के जिला शल्य चिकित्सक डा. प्रमोद खंडाते ने जांच के लिए समिति का गठन किया। लेकिन अब तक इस समिति की रिपोर्ट तैयार नहीं हो पायी है। लोगों के बयान और वीडियो में डाक्टर की करतूत स्पष्ट रूप से दिखायी देने के बाद भी अब तक संबंधित डाॅक्टर के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने से अब जांच समिति की कार्यप्रणाली पर ही सवालिया निशान अंकित किया जा रहा है।

जल्द होगी कार्रवाई : मरीजों पर उपचार करने के बजाए डाक्टर द्वारा शराब के नशे में धुत रहना काफी गलत है। मामले की जांच के लिए समिति का गठन किया गया है। रिपोर्ट मिलते ही संबंधित डाक्टर के खिलाफ यथायोग्य कार्रवाई की जाएगी। डा. प्रमोद खंडाते, जिला शल्य चिकित्सक गड़चिरोली


Created On :   14 Aug 2024 8:05 AM GMT

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