कार्रवाई: 2.73 लाख ब्रास मुरुम का अवैध उत्खनन जेपी कंपनी पर 235 करोड़ का जुर्माना

2.73 लाख ब्रास मुरुम का अवैध उत्खनन जेपी कंपनी पर 235 करोड़ का जुर्माना
  • रेल लाइन बिछाने के नाम पर अवैध उत्खनन
  • प्रभारी जिलाधिकारी भाकरे के आदेश पर हुई कार्रवाई
  • विशेष टीम ने रेल मार्ग के विभिन्न स्थानों की तैयार की थी रिपोर्ट

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। बहुप्रतीक्षित गड़चिरोली-देसाईगंज रेल मार्ग के निर्माणकार्य के लिए अवैध रूप से मुरूम का उत्खनन करने के मामले में जिला प्रशासन ने सोमवार, 17 जून को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। लगातार तीन दिनों की कड़ी जांच के उपरांत प्रभारी जिलाधिकारी विजय भाकरे द्वारा गठित विशेष टीम ने रेल मार्ग के विभिन्न स्थानों पर 2 लाख 73 हजार 351 ब्रास मुरूम का अवैध रूप से उत्खनन किये जाने की रिपोर्ट जिला प्रशासन को साैंपी है। इस रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन ने रेल मार्ग का निर्माणकार्य कर रही जेपी इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी पर 235 करोड़ 8 लाख 18 हजार 600 रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए इस मामले में कार्रवाई क्यों नहीं की जा सकती? इसका खुलासा भी मंगवाया है। जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से मुरूम का अवैध रूप से उत्खनन करने वाली कंपनी के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान में 51 किमी दूरी के गड़चिरोली-देसाईगंज का निर्माणकार्य शुरू किया गया है। इस मार्ग का निर्माणकार्य जेपी इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी को सौंपा गया है। लेकिन रेल मार्ग के निर्माण के लिए विभिन्न स्थानों से अवैध रूप से मुरूम का उत्खनन किये जाने की शिकायत नागरिकों ने जिला प्रशासन से की थी। इन शिकायतों पर गंभीरता से ध्यान देते हुए प्रभारी जिलाधिकारी विजय भाकरे ने चार दिन पूर्व ही तहसीलदार संजय पवार की अगुवाई में विशेष जांच टीम का गठन किया। इस बीच टीम के प्रभारी तहसीलदार हेमंत मोहरे, निर्माणकार्य विभाग के उपविभागीय अभियंता संजय भांडारकर, कनिष्ठ अभियंता इंदूरकर, शाख अभियंता अभिजीत शिनगारे, भूमि अभिलेख विभाग के अभिलेखापाल वी. एल. सांगले और उनकी टीम ने लगातार तीन दिनों तक विभिन्न स्थानों पर जांच शुरू की।

जांच के दौरान ग्राम खरपुंडी परिसर में 13 हजार 257 ब्रास मुरूम के साथ लांझेडा में 9 हजार 699 ब्रास, माड़ेतुकूम में 18 हजार 358 ब्रास, गोगांव में 20 हजार 775 ब्रास, अड़पल्ली में 50 हजार 176 ब्रास, काटली में 54 हजार 575 ब्रास, मोहझरी में 62 हजार 617 ब्रास और साखरा गांव परिसर से 43 हजार 894 ब्रास का अवैध रूप से उत्खनन होने का पाया गया। कुल मिलाकर इस रेल मार्ग पर 2 लाख 73 हजार 351 ब्रास मुरूम का अवैध रूप से उत्खनन होने की रिपोर्ट जांच समिति ने प्रभारी जिलाधिकारी को सौंपी। इस रिपोर्ट पर गंभीरता से ध्यान देते हुए प्रभारी जिलाधिकारी विजय भाकरे ने सोमवार को एक आदेश जारी करते हुए निर्माणकार्य कंपनी पर 235 करोड़ 8 लाख 18 हजार 600 रुपए का जुर्माना लगाया है। इस संदर्भ में संबंधित कंपनी को आगामी तीन दिनों के भीतर जवाब देने की सूचना भी जिला प्रशासन ने दी है। इस कार्रवाई से अवैध रूप से मुरूम समेत रेत का उत्खनन करने वालों में हड़कंप मच गया है।


Created On :   18 Jun 2024 4:14 PM IST

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