New Delhi News: भारत हमेशा से बहुपक्षवाद का प्रबल समर्थक रहा है : बिरला
- जिनेवा में आईपीयू की 149वीं असेंबली को संबोधित रहे थे बिरला
- विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार पर समन्वय जरूरी
- जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा के बारे में रखे विचार
New Delhi News लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत हमेशा से बहुपक्षवाद का प्रबल समर्थक रहा है। उन्होंने कहा कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में सांसदों के बीच व्यापक संवाद और सहयोग मानव कल्याण के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) जैसे मंच के माध्यम से संसदें साझी कार्य योजनाओं और साझे प्रयासों के द्वारा संपूर्ण विश्व के लिए समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त करने में सफल होंगी।
श्री बिरला ने यह बात जिनेवा में आईपीयू की 149वीं असेंबली में ‘शांतिपूर्ण और सुरक्षित भविष्य के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग’ विषय पर बोलते हुए कही। बिरला आईपीयू में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रह रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि विश्व की सभी संसदों को मिलकर विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के लाभों का उचित और न्यायसंगत वितरण सुनिश्चित करना चाहिए।
जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा के बारे में बोलते हुए बिरला ने कहा कि पिछले दशक में भारत की अक्षय ऊर्जा क्षमता 76 गीगावाट से बढ़कर 203 गीगावाट हो गई है। उन्होंने हाइड्रोजन मिशन, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन, बायो फ्यूल गठबंधन जैसी पहलों के बारे में भी बात की, जो जलवायु परिवर्तन की समस्या के समाधान के प्रति भारत की प्रतिबद्धता केा रेखांकित करती है। इस संबंध में संसद द्वारा उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और सतत विकास लक्ष्यों के मुद्दों पर संसद में विस्तार से चर्चा की गई है।
Created On :   15 Oct 2024 12:15 PM IST