- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- छिंदवाड़ा
- /
- अनुवांशिक रोग है सिकल सेल, शादी से...
अनुवांशिक रोग है सिकल सेल, शादी से पहले कराएं ब्लड जांच, ताकि संतान को न झेलना पड़े दंश
सिकल सेल एक अनुवांशिक बीमारी है, जो माता-पिता से बच्चों में आती है। यदि शादी से पहले ही युवक-युवती सिकल सेल की जांच करा लें, तो इसकी रोकथाम की जा सकती है। यदि दोनों में से किसी में सिकल सेल मिलते है तो शादी रोककर भविष्य में संतान के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सकती है। यह बीमारी पचास हजार में से किसी एक को होती है। सोमवार को राष्ट्रीय सिकल सेल दिवस पर आयोजित जागरुकता कार्यशाला में डॉ.हितेश रामटेके ने कई महत्वपूर्ण जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सिकल सेल एक तरह का रक्त विकार है, जिससे लाल रक्तकणिकाएं सी सेप में बदल जाती है। जिले में यह बीमारी तेजी से फैल रही है। जिले में पिछले एक साल में २५० नए पेशेंट सामने आए है। अब जिले में सिकल सेल के ५०० मरीज हो चुके है। इनमें बच्चों की संख्या अधिक है। इस अवसर पर सीएस डॉ.एमके सोनिया, डॉ.जेएम श्रीवास्तव, डॉ.संजय राय, डॉ.हर्षवर्धन कुड़ापे समेत अन्य स्टाफ मौजूद था।
क्या है सिकल सेल...
सामान्य व्यक्ति के शरीर में लालरक्त कणिका गोलाकार होती है और सिकल सेल पीडि़त मरीज के शरीर में यह ब्लड सेल हंसिया अर्थात अर्ध चंद्राकार आकार के हो जाते है। जिससे रक्त वाहिकाओं में ब्लड की रफ्तार काफी कम हो जाती है। इससे मरीज के शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम होने और ब्लड की कमी की समस्या बनती है। ऐसे में मरीज को ब्लड की जरुरत होती है।
सिकल सेल के लिए यह जांचें जरुरी-
सिकल सेल की बीमारी पहचानने ब्लड जांच कराई जाती है। मरीज एचबी इलेक्ट्रोफारेसिस, एचबीएलसी, सिकलिन टेस्ट करवा सकता है। यह जांच सरकारी अस्पताल और निजी लैब में आसानी से हो जाती है।
सिकल सेल के लक्षण-
- शारीरिक विकास में अवरोध।
- वजन, ऊंचाई सामान्य से कम होना।
- कमजोरी, खून की कमी।
- त्वचा और आंखों में पीलापन।
- अक्सर बुखार बने रहना।
- हाथ-पैर, पसली में तेज दर्द।
मरीजों के लिए चिकित्सकीय सलाह-
- पानी अधिक पीए।
- नियमित व्यायाम करें।
- अत्याधिक तापमान से बचे।
- जितना ज्यादा हो आराम करें।
- संतुलित और पौष्टिक भोजन।
- चिकित्सकीय सलाह से नियमित दवाएं लें।
Created On :   20 Jun 2023 3:08 PM IST