छिंदवाड़ा: पुराने टेबलेट का पता नहीं, नए खरीदे उनसे भी नहीं हो पा रही मॉनीटरिंग, कनेक्टिविटी और सर्वर की समस्या

पुराने टेबलेट का पता नहीं, नए खरीदे उनसे भी नहीं हो पा रही मॉनीटरिंग, कनेक्टिविटी और सर्वर की समस्या

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। हर बार शिक्षा विभाग कभी टेबलेट के जरिए पढ़ाई कराने या फिर शैक्षणिक स्तर को सुधारने के लिए ऑनलाइन पढ़ाई कराने के नाम पर लाखों रुपए के खरीदी करता है। लेकिन जब टेबलेट के उपयोग की बारी आती है तो इन्हें स्कूलों की अलमारी में बंद कर दिया जाता है या फिर शिक्षक इनका उपयेाग नहीं करते हैं। जिला शिक्षा केन्द्र की ओर से एक बार फिर सीएसी और बीएसी को स्कूलों की ऑनलाइन मॉनीटरिंग के लिए टेबलेट दिए गए हैं जो शुरूआती ही दौर मेें ढेर साबित हो रहे हंै। यानी पुराने टेबलेट का पता नहीं और जो नए खरीदे है वह भी काम नहीं आ रहे हंै। सीएसी बीएसी को जो टेबलेट दिए गए हैं उनमें शुरूआती दौर से ही सर्वर और कनेक्टिीविटी जैसी समस्या बन गई है। हालंाकि स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि राज्य शिक्षा केन्द्र से पोर्टल अपडेट हो रहा है ऐसे में आने वाले दिनों में कनेक्टिीविटी या सर्वर जैसी समस्या नहीं होगी।

मानीटरिंग करने वाले को बिताना है ९० मिनट

विभाग के आदेश के अनुसार कक्षा पहली से आठवीं तक के शासकीय स्कूलों में ऑन लाइन मॉनीटरिंग करना है। इसके पहले तक सीएसी-बीएसी या बीआरसी मॉनीटरिंग करने के बाद ऑफ लाइन इसकी रिपोर्ट करते थे। लेकिन अब इस एप के जरिए ऑन लाइन मॉनीटरिंग करना है। यहां स्पष्ट तौर पर निर्देश दिए गए हंै कि जनशिक्षक को एक स्कूल में ९० मिनट यहां पर बिताना होगा और शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी लेना होगा। यानी अब स्कूल पहुंचना भी होगा और तकरीबन डेढ़ घंटे उस स्कूल में रुकना भी होगा।

इसलिए हो रही मॉनीटरिंग

जिला शिक्षा केन्द्र के अनुसार कक्षा पहली से आठवीं तक ऑनलाइन मॉनीटरिंग करना है लेकिन विशेष तौर पर कक्षा पहली से तीसरी तक की कक्षा में ध्यान देना है। इन कक्षाओं के विद्यार्थियों को पढऩा, लिखना और जोडऩा-घटाना आना चाहिए।

यह आ रही परेशानी

जानकारी के अनुसार सीएसी-बीएसी को ऑनलाइन मॉनीटरिंग के लिए टेबलेट खरीदने की राशि जारी हुई थी। लेकिन कुछ जगहों पर एक साथ टेबलेट खरीदकर थमा दिए गए है जहां इनकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। इसी बीच जैसे-तैसे मॉनीटरिंग करने पहुंच रहे हैं वहां पर नेटवर्क के अलावा दिया गया एप नहीं खुल रहा है। ऐसे में एक ही स्कूल में मॉनीटरिंग करने में समय बीत जा रहा है। हालंाकि अब ऑफ लाइन का ऑप्शन खुला है।

इनका कहना है

॥ स्कूलों की ऑन लाइन मॉनीटरिंग करने के लिए निर्देश दिए गए है। राज्य शिक्षा केन्द्र से पोर्टल अपडेट हो रहा है। कनेक्टिीविटी या सर्वर की समस्या दूर हो जाएगी।

- जे.के.इड़पाची, डीपीसी, जिला शिक्ष केन्द्र

Created On :   24 Nov 2023 11:58 AM IST

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