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जिंदगी में ऐसे कर्म करें, जो लाखों लोगों की प्रेरणा का स्त्रोत बन जाए: पंडित प्रदीप मिश्रा
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। अच्छे कर्म की जो सुगंध होती है वह श्रेष्ठ होती है। भगवान पद दे, प्रतिष्ठा दे, धन दे, वैभव दे, सत्ता दे, कुर्सी दे, आपकी शोहरत, आपका नाम दे तो प्रयास करना अपनी जिंदगी में ऐसे कर्र्म करके जाना कि लाखों लोगों की प्रेरणा का एक स्त्रोत बन जाए। पद, प्रतिष्ठा, धन, वैभव, शोहरत, सुंदरता का सदुपयोग करें, दुरुपयोग नहीं। भगवान ने अगर आपको कुछ दिया है तो उसमें अहंकार नहीं आना चाहिए। सिद्ध सिमरिया धाम में आयोजित पांच दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा के प्रथम दिवस ख्याति प्राप्त कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने देवराज प्रसंग के माध्यम से शिव महापुराण कथा का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि जिसको जनता चुनती है वह संसद में बैठता है, जिसको मेरे भोलेनाथ चुनते हैं वह सत्संग में बैठता है।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि चार गुरु हमारी जिंदगी में जरुर मिलेंगे। पहली गुरु माता, दूसरे पिता, तीसरे शिक्षक और चौथे गुरु हैं सद्गुरू। बेटे को उन्नति की सीढ़ी पर पहुंचाने का कार्य मां करती है। पिता बेटे को पथ पर चलना सिखाता है, सद्मार्ग पर चलना सिखाता है, शिक्षक हमें पढऩा सिखाते हैं, जीवन जीना सिखाते हैं और सद्गुरु का मतलब है जो अपने शिष्य को सद्मार्ग की ओर लेकर चले। कथा के दौरान मुख्य यजमान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं सांसद नकुलनाथ मंच पर उपस्थित रहे। प्रारंभ में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पंडित प्रदीप मिश्रा का स्वागत करते हुए कहा कि आज प्रदेश का किसान परेशान होकर आसमान की ओर देख रहा है और जैसे ही आपके चरण छिंदवाड़ा की भूमि पर पड़े तो आसमान में बादल छा गये। आज हम सब मिलकर प्रदेश के किसानों की संपन्नता के लिये प्रार्थना करते हैं।
छिंदवाड़ा हरि और हर की भूमि:-
पंडित मिश्रा ने कहा कि भादों के महिने में भगवान बलराम जी महाराज का प्राकट्योत्सव हुआ, भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव हुआ, राधा रानी का जन्मोत्सव हुआ, श्री गणेश जी का जन्मोत्सव हुआ, उस भादों के महीने में इस छिंदवाड़ा की पवित्र भूमि में, जिसको हम हरि और हर की भूमि कहते हैं, जिसको शिव और शक्ति की भूमि कहते हैं, ऐसी पवित्र भूमि पर शिव महापुराण कथा ग्रहण करने बैठे हैं। कभी मौका मिले तो छिंदवाड़ा के आसपास के पूरे क्षेत्र में आप घूमकर आना, आपको रामजी के मंदिर, भगवान नारायण जी के मंदिर, अन्य देवी-देवताओं के मंदिर मिलेंगे, वहीं छिंदवाड़ा की चारों दिशाओं में शंकर भगवान के शिवलिंग जरुर मिलेंगे। छिंदवाड़ा के संपूर्ण क्षेत्र में कंकर में शंकर समाए हुए हैं। आप जहां भी जाएंगे वहां कहीं न कहीं आपको शिवलिंग-शिवालय जरुर मिलेंगे।
झलकियां:-
-कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने सुमधुर भजन- कर दिया मालामाल काशी वाले ने.., बड़ी सुंदर मां तेरी नगरी.. सुनाए। इस दौरान श्रद्धालु भक्ति में झूम उठे।
-कथा प्रारंभ होने के पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व्यासपीठ तक पोथी अपने सिर पर रखकर ले गए। वहीं सांसद नकुलनाथ ने कलश थामा।
-पंडाल में हर हर महादेव के जयकारे गूंजते रहे।
-पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्रद्धालुओं द्वारा भेजे गए पत्र भी पढक़र सुनाए।
-कथा के दौरान श्रद्धालुओं को श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का जाप कराया।
Created On :   6 Sept 2023 3:28 PM IST