छिंदवाड़ा: जम्मू कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में छिंदवाड़ा का बेटा शहीद, आज होगा बिछुआ के पुलपुलडोह में अंतिम संस्कार

जम्मू कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में छिंदवाड़ा का बेटा शहीद, आज होगा बिछुआ के पुलपुलडोह में अंतिम संस्कार
  • जम्मू कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में छिंदवाड़ा का बेटा शहीद
  • आज होगा बिछुआ के पुलपुलडोह में अंतिम संस्कार
  • जम्मू कश्मीर में आतंकियों की गोलीबारी में शहीद

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में हुए आतंकी हमले में छिंदवाड़ा का बेटा शहीद हो गया। जिले के बिछुआ ब्लॉक के ग्राम पुलपुलडोह के केडिय़ा बस्ती में जन्मे कबीरदास उईके सीआरपीएफ में तैनात था। मंगलवार रात मुठभेड़ में आतंकियों की गोली उनके सीने पर लगी थी। इलाज के दौरान बुधवार को जवान शहीद हो गया। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार को छिंदवाड़ा आएगा। पैतृक ग्राम पुलपुलडोह में पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

पुलपुलडोह निवासी कबीरदास पिता स्व. शिवचरण उईके ने छिंदवाड़ा जिला मुख्यालय में पीजी कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने के बाद साल २०११ में देश सेवा के लिए सीआरपीएफ ज्वाइन किया था। सीआरपीएफ में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत कबीर जम्मू कश्मीर में पदस्थ थे। मंगलवार रात जम्मू कश्मीर के कठुआ में एक परिवार आतंकियों के निशाने पर था। उस परिवार को बचाने सीआरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची थी। यहां रात लगभग ८.३० बजे आतंकियों ने जवानों पर गोलीबारी कर दी थी। जिसमें कबीर दास के सीने पर गोली लगी थी। इलाज के दौरान कबीर शहीद हो गए।

यह भी पढ़े -डीआईजी की फेक आईडी बनाकर पहले दोस्ती, फिर युवती से दुष्कर्म, टीकमगढ़ में हुई वारदात, पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

रो-रोककर मां बेसुध, पत्नी को नहीं बताया-

कबीर के शहीद होने की खबर घर पहुंचते ही पूरा परिवार सदमें में आ गया। शहीद की मां का रो-रोककर बुरा हाल है। मां का गम देखकर यहां मौजूद हर शख्स की आंखों में आंसू है। शहीद के छोटे भाई अमीर उईके ने बताया कि भाभी मायके में है जिन्हें देर शाम तक भाई के शहीद होने की सूचना नहीं दी है।

साल २०२० में हुई थी शादी-

कबीर की शादी ममता उईके से साल २०२० में हुई थी। कबीर के परिवार में पत्नी ममता के अलावा मां इंदरवति उईके, छोटा भाई और दो बहनें है। दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। पिता शिवचरण उईके का निधन हो चुका है।

यह भी पढ़े -जम्मू कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में छिंदवाड़ा का बेटा शहीद

१६ जून को घर आने वाले थे कबीर-

शहीद के परिजनों के मुताबिक कबीर बीती 25 मई को ड्यूटी पर वापस लौटे थे। कबीर १६ जून को है दोबारा घर आने वाले थे। इससे पहले वे देश के लिए शहीद हो गए। जल्द उनकी पोस्टिंग भोपाल होने वाली थी।

सांसद ने परिजनों से की मुलाकात-

जिले के बेटे कबीर के शहीद होने की सूचना मिलने पर सांसद विवेक बंटी साहू उनके घर पहुंचे। जहां उन्होंने शहीद के परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया। परिजनों से चर्चा कर उन्होंने हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया है।

सवा माह में जिले के दो बेटे शहीद-

बीते सवा माह में छिंदवाड़ा जिले के दो बेटों ने देश की शान के लिए अपना जीवन न्यौछावर किया है। जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में घायल कबीर ने बुधवार सुबह अंतिम सांस ली है। इसके पूर्व ४ मई को जम्मू कश्मीर के पुंछ में आतंकियों से मुठभेड़ में नोनिया करबल निवासी विक्की पहाड़े शहीद हुए थे।

यह भी पढ़े -सवा माह में छिंदवाड़ा का दूसरा बेटा शहीद, जम्मू कश्मीर के कठुआ में मंगलवार रात आतंकी हमले में घायल हुआ था जवान

आज आएगा पार्थिव शरीर-

जम्मू कश्मीर में शहीद कबीर दास का पार्थिव शरीर हवाई मार्ग से गुरुवार सुबह लगभग ६.४५ बजे नागपुर पहुंचेगा। यहां से सडक़ मार्ग से पाटन सांवगी-सवरनी-सोनपुर-धनेगांव से खमारपानी होते हुए पार्थिव शरीर पुलपुलडोह ले जाया जाएगा। यहां राजकीय सम्मान के साथ शहीद कबीर दास का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

पीएचई मंत्री देंगी श्रद्धाजंलि-

जिले के शहीद कबीरदास उईके को श्रद्धाजंलि देने पीएचई मंत्री संपतिया उईके छिंदवाड़ा आएंगी। गुरुवार को वे पुलपुलडोह में शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगी।

Created On :   13 Jun 2024 10:14 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story