Chhindwara News: जीपीएफ के 8 लाख निकालने मांगे 30 हजार, लोकायुक्त ने 10 हजार लेते किया ट्रैप, तामिया बीईओ कार्यालय में जबलपुर लोकायुक्त की दबिश

जीपीएफ के 8 लाख निकालने मांगे 30 हजार, लोकायुक्त ने 10 हजार लेते किया ट्रैप, तामिया बीईओ कार्यालय में जबलपुर लोकायुक्त की दबिश
  • जीपीएफ के 8 लाख निकालने मांगे 30 हजार
  • लोकायुक्त ने 10 हजार लेते किया ट्रैप
  • तामिया बीईओ कार्यालय में जबलपुर लोकायुक्त की दबिश

Chhindwara News: तामिया विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शुक्रवार को जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने दबिश देते हुए 10 हजार की रिश्वत लेते लिपिक को ट्र्रैप किया। सहायक शिक्षक का जीपीएफ निकालने के लिए आरोपी ने 30 हजार रुपए की डिमांड की थी। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध करते हुए मुचलके पर जमानत दे दी है।

लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक पातालकोट के कारेआम रातेड़ निवासी सहायक शिक्षक बलिराम भारती बम्हनी प्राथमिक शाला में पदस्थ है। पिछले दिनों प्रार्थी शिक्षक ने 8 लाख 85 हजार का जनरल प्रॉवीडेंट फंड(जीपीएफ) निकालने के लिए बीईओ कार्यालय तामिया में आवेदन दिया था। प्रकरण स्वीकृत करने के ऐवज में आरोपी बाबू सतीश तिवारी ने 30 हजार रुपए की डिमांड प्रार्थी से की। जिसकी शिकायत 24 सितंबर को शिक्षक ने जबलपुर लोकायुक्त से की। शुक्रवार दोपहर को प्रथम किश्त के रूप में 10 हजार रुपए लेकर आरोपी ने शिक्षक को बीईओ कार्यालय बुलाया। जहां जैसे ही आरोपी ने रिश्वत की रकम ली, लोकायुक्त की टीम ने बाबू को पकड़ लिया। भ्रष्टाचार अधिनियम की अलग-अलग धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए लोकायुक्त ने मामला दर्ज कर लिया है। टीम में लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े, निरीक्षक कमल सिंग उईके, नरेश बहोरा सहित अन्य पांच टीम में शामिल है।

यह भी पढ़े -अब शक्ति परीक्षण की बारी, कांग्रेस के हाथ से अध्यक्ष पद जाना तय, फैसला 8 अक्टूबर को

विशेष भर्ती अभियान के तहत शिक्षक को मिली थी नियुक्ति

विशेष भर्ती अभियान के तहत 1996 में सहायक शिक्षक के पद पर बलिराम भारती की नियुक्ति हुई। प्रार्थी शिक्षक ने बताया कि नौकरी के आठ वर्ष शेष है। 6 अगस्त को जीपीएफ के 9 लाख रुपए निकलवाने आवेदन दिया था। बाबू 8 लाख 55 हजार रुपए निकालने को राजी हुए। बाबू ने यह कहते हुए रिश्वत मांगी की 12 वर्षों से जीपीएफ पास बुक पैंडिंग है तैयार करने में समय लगेगा। जिसके एवज में 30 हजार रुपए लगेंगे।

यह भी पढ़े -पुलिस ने तेल, तार, बाइक और मोटर पंप चोरों को पकड़ा, कुंडीपुरा, सिंगोड़ी और हिवरखेड़ी पुलिस ने किया खुलासा

उद्यमी विकास संस्थान का कर्मचारी था आरोपी बाबू, 2005 में हुआ समायोजन

छिंदवाड़ा के लालबाग निवासी आरोपी बाबू सतीश तिवारी मूलरूप से उद्यमी विकास संस्थान का कर्मचारी था। संस्थान के बंद होने के बाद से ही वह ट्राइबल डिपार्टमेंट के तामिया विकासखंड में सहायक गे्रड-3 के पद पर कार्य कर रहा है। 2005 में बाबू का समायोजन ट्राइबल में किया गया था।

यह भी पढ़े -महामहिम बोले-ये टेक्नालॉजी का जमाना है, बच्चों को खूब पढ़ाए, तब ही समाज मुख्यधारा से जुड़ेगा

Created On :   28 Sept 2024 11:28 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story