किसान ड्रोन की सहायता से कर सकेंगे कीटनाशक का छिड़काव

किसान ड्रोन की सहायता से कर सकेंगे कीटनाशक का छिड़काव
हिंसक पशुओं के हमले कम करने में भी होगा सहायक

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। किसानों को प्रभावी प्रौद्योगिकी-सक्षम समाधान प्रदान करने के उद्देश्य से, भारत के बढ़ते डेटा-संचालित कृषि मंच सलाम किसान ने पहली बार चंद्रपुर जिले में किसानों के लिए किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के सहयोग से ड्रोन की सहायता से कीटनाशक छिड़काव की सुविधा उपलब्ध कराई है। इससे हिंसक पशुओं के हमलों को कम किया जा सकेगा। इसका उद्घाटन पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के हाथाें कृषि भवन में किया गया। सलाम किसान की संस्थापक धनश्री मानधनी ने कहा, जमीनी स्तर पर बदलाव को लागू करने के लिए सार्वजनिक और निजी संगठनों के बीच सहयोग महत्वपूर्ण होगा। किसान उत्पादक संगठन के सहयोग से ड्रोन-आधारित छिड़काव सेवा शुरू करना इस दृष्टिकोण के प्रति हमारे संगठन की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। इससे पानी की बर्बादी 85-90 प्रतिशत कम हो जाती है और उत्पाद का उपयोग 20-30 प्रतिशत कम हो जाता है, जिससे कृषि को बढ़ावा मिलता है।

7 से 8 मिनट में हो जाता है छिड़काव : सलाम किसान के सीईओ अक्षय खोब्रागडे ने कहा कि आम तौर पर पारंपरिक पंप छिड़काव में प्रति एकड़ 100 - 120 लीटर पानी का उपयोग होता है, और ड्रोन छिड़काव में प्रति एकड़ 10 लीटर पानी का उपयोग होता है। ड्रोन छिड़काव में 7 से 8 मिनट लगते हैं। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। महाराष्ट्र के आदिवासी क्षेत्र का पहले व्यावसायिक ड्राेन पायलट राज सीडाम, अमोल कोहोरे व महिला ड्रोन पायलट लिंटा वाघमारे बने हैं।

Created On :   25 Aug 2023 5:23 PM IST

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