ऊंंचाई वाले क्षेत्रों की समस्या होगी दूर, शाफ्ट टेक्नॉलॉजी से पहुंचेगा पानी

ऊंंचाई वाले क्षेत्रों की समस्या होगी दूर, शाफ्ट टेक्नॉलॉजी से पहुंचेगा पानी
जलापूर्ति उपकरण का लोकार्पण

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। ऊंचे क्षेत्र में बसे कई गांव ऐसे हैं, जहां पानी नहीं पहुंचता। कुछ जगह पहुंचता है, परंतु उसमें प्रेशर नहीं रहता। इस कारण महिलाओं को पानी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए शाफ्ट टेक्नॉलॉजी पर अमल किया जा रहा है। इस टेक्नॉलॉजी से न केवल ऊंंचाई क्षेत्र में पानी पहुंच रहा है बल्कि प्रेशर भी है। जिले के आष्टा ग्रामपंचायत में शाफ्ट आधारित जलापूर्ति उपकरण का लोकार्पण हुआ है। जिले में यह पहला ही उपक्रम है। इससे सरकारी निधि की बचत भी हुई है।

जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक जॉन्सन के हाथों ग्राम आष्टा में इस उपक्रम का लोकार्पण किया गया। इस समय आईआईटी मुंबई के डा. सतीश अग्निहोत्री, डा. प्रदीप कालबर, कोल इंडिया लिमिटेड के अजय वर्मा, पंचायत समिति भद्रावती के गटविकास अधिकारी डा. मंगेश आरेवार, ग्रामीण जलापूर्ति के कार्यकारी अभियंता हर्ष बोहरे, उपअभियंता ओकेंश दराडे, अजीवम वाटर लिमि. मुंबई के डॉ. अनुजकुमार घोरपडे, अमोल बल्लाल, अविनाश घोडगे, गोपाल महाजन, आष्टा ग्रामपंचायत सरपंच चांगदेव रोडे, ग्रामसेवक भरत राठोड, विस्तार अधिकारी मनोहर कापकर समेत पंचायत समिति भद्रावती व आष्टा के नागरिक उपस्थित थे। आभार विस्तार अधिकारी (पंचायत) मनोहर कापकर ने माना।

महिलाओं को जलसंकट से मिली निजात

जानकारी के अनुसार गांव की ऊंंचाई वाले क्षेत्र में 50 से 60 परिवार को इसके पूर्व कम प्रेशर के कारण पानी नहीं पहुंच रहा था। लेकिन शाफ्ट टेक्नॉलॉजी के उपयोग से गांव की ऊंचाई वाले क्षेत्र में पानी पहुंचने के लिए काफी दिक्कत होती थी, वह दूर होगी। इस उपक्रम से घर-घर में नल का पानी पहुंच रहा है। पिछले 10 से 12 वर्ष में पानी भरने के लिए काफी समय लगता था। 5 से 6 फीट गड्‌ढा खोदने के बावजूद नल को पानी नहीं आता था। मोटरपंप लगाने के बावजूद पानी नहीं आता था परंतु शाफ्ट टेक्नॉलॉजी के तहत पानी के खम्भे से पानी समय पर प्रेशर से आ रहा है। आधे घंटे में पानी भरा जा रहा है। समय की बचत से महिलाओं ने समाधान व्यक्त किया।

आईआईटी मुंबई की तकनीक

इस शाफ्ट टेक्नॉलॉजी को कोल इंडिया लिमिटेड, जिला परिषद चंद्रपुर व ग्रामपंचायत आष्टा के माध्यम से 10 प्रतिशत निधि से 6 लाख 52 हजार 647 रुपए की निधि उपलब्ध कराकर दी। पानी का खम्भा बनाने के लिए आजीवन वाटर प्राइवेेट लिमिटेड, ठाणे ने सहयोग दिया। आईआईटी मुंबई द्वारा नई तकनीक के लिए सहयोग मिला। शाफ्ट टेक्नॉलॉजी के बारे में आईआईटी मुंबई के प्रोफेसर डा. प्रदीप कालबर ने विस्तृत जानकारी देकर इस टेक्नॉलॉजी के कार्यप्रणाली विषय पर जानकारी दी।

रिसर्च के बाद अन्य गंावों में किया जाएगा अमल

शाफ्ट टेक्नॉलॉजी जिले में पहला ही उपक्रम है। इस टेक्नॉलॉजी से सरकारी निधि की बचत हुई है और कुछ ग्राम पंचायत में अभ्यास कर उस पर अमल किया जाएगा। आष्टा ग्राम पंचायत को आदर्श ग्रामपंचायत करने सरपंच, सदस्य व उपस्थित नागरिक योगदान दें। -विवेक जॉन्सन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद चंद्रपुर

Created On :   7 July 2023 3:26 PM IST

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