- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- चंद्रपुर
- /
- इरई नदी का पानी अचानक हुआ दूषित,...
इरई नदी का पानी अचानक हुआ दूषित, रोकी जलापूर्ति
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। चंद्रपुर शहर को पेयजलापूर्ति करने वाली इरई नदी का पानी अचानक दूषित हो गया। इस नदी के पानी का रंग लाल, पीला दिखाई देने लगा है। इस वजह से महानगर पालिका ने तुरंत प्रभाव से शहर के अधिकांश हिस्से की जलापूर्ति रोक दी है। बरसात के दिनों में आधे शहर को पेयजल से वंचित होना पड़ा और लोग पानी के लिए इधर उधर भटकते दिखाई दिए। मामले को लेकर सवाल उठ रहे हंै। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के स्थानीय अधिकारियों ने इरई नदी के पानी की जांच कर वहां से पानी के नमूने जांच हेतु जमा किए हैं। प्रदूषण नियंत्रण मंडल के स्थानीय अधिकारियों के अनुसार नदी में रसायनयुक्त पानी छोड़े जाने की वजह से पानी दूषित हो गया है किंतु यह पानी कहा से आया है इस बारे में अभी कुछ कह पाना मुश्किल है। यह रसायनयुक्त पानी किसी उद्योग से छोड़े पानी का नतीजा हो सकता है। यह पानी पीने के लिए कितना योग्य है अथवा हानिकारक है इस बारे में जांच के बाद ही पता चल पाएगा। इसी वजह से इस पानी को दाताला स्थित इंटेक वाल से रामनगर के जल शुद्धििकरण केंद्र तक नहीं आने दिया गया है।
इरई-झरपट नदी के प्रदूषण पर मांगी रिपोर्ट
चंद्रपुर जिले के इरई व झरपट नदी में प्रदूषण को लेकर मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में जनहित याचिका दायर की गई है। नदी के तट पर फेंसिंग तैयार करने की जानकारी न्यायालय को दी गई थी। इस पर नागपुर खंडपीठ ने पूछा है कि प्रकल्प का काम कहां तक पहुंचा है। उसकी क्या स्थिति है और यह प्रकल्प कब तक पूरा होगा। यह जानकारी पेश करने के आदेश दिए हैं।
प्रदूषित हो गई हैं नदियां :चंद्रपुर के पूर्व सांसद नरेश पुगलिया ने उनके वकील श्रीरंग भांडारकर के जरिये याचिका दायर की है। इस अनुसार जिले के इन दोनों नदियां प्रदूषित हो गई हैं और भयावह स्थिति है। सुनवाई के दौरान सिंचाई विभाग ने नदी के किनारे पर फेंसिंग बांधने की जानकारी दी है। इसके लिए प्रकल्प शुरू करने की भी जानकारी दी है। इस प्रकल्प की एक रिपोर्ट पेश करने के आदेश न्यायालय ने दिए हैं। एड. सेजल लखानी ने भांडारकर को सहायता की।
अगर सीएसटीपीएस जिम्मेदार तो होगी सख्त कार्रवाई
जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने इस संबंध में जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि अगर इस प्रदूषण के लिए सीएसटीपीएस जिम्मेदार पाया गया तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी तब यह नहीं देखा जाएगा कि वह सरकारी कंपनी है। इस बीच चंद्रपुर शहर में गुरुवार को अधिकांश हिस्से में जलापूर्ति ठप रही। लोग सुबह से इधर उधर के नलों से पानी भरते दिखाई दिए। कई क्षेत्रों के नल बंद होने की वजह से शहर वासियों को असुविधा हुई है।
Created On :   11 Aug 2023 1:17 PM IST