शिक्षा: बदलाव, एआई के दौर में अब न पेन, न बुक, सिर्फ लैपटॉप पर पढ़ेंगे विद्यार्थी

बदलाव,  एआई के दौर में अब न पेन, न बुक, सिर्फ लैपटॉप पर पढ़ेंगे विद्यार्थी
  • सीबीएसई का हाइब्रिड लर्निंग, डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम
  • उपक्रम में पहले 800 शालाओं का चयन
  • शिक्षा को समझने के तरीके में एक आदर्श बदलाव

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । आनेवाला भविष्य आर्टिफिशियस इंटेलिजेंस (एआई) का होनेवाला है। ऐसे में नई पीढ़ी को डिजिटल युग हेतु तैयार करने के लिए भारत सरकार ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के माध्यम से हाइब्रिड लर्निंग, डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम व स्किल हब इनिशिएटिव प्रोग्राम शुरू किया है। देशभर में प्रायोगिक तत्व पर शुरू किए गए इस उपक्रम में पहले 800 शालाओं का चयन किया गया। जिसमें चंद्रपुर जिले में माउंट लिटरा झी स्कूल का चयन किया गया है। पहले वर्ष कक्षा 8वीं के 40 विद्यार्थियों को सिर्फ लैपटॉप में सिखाया जाएगा। दरम्यान माउंट लिटरा झी स्कूल प्रबंधन ने कहा कि, हमारी संस्था के लिए पूरे भारतवर्ष के चयनित 800 स्कूलों में से और चंद्रपुर जिले के लगभग 200 स्कूलों में से कार्ट ब्लैंच के लिए हमारी स्कूल का चुना जाना गौरान्वित क्षण है। सीबीएसई की जो नई शिक्षा प्रणाली है, जिसका दृष्टिकोण सीखने में रचनात्मक, जिज्ञासा और समानता को बढ़ावा देता है।

इसके अंतर्गत सरकार द्वारा हाइब्रिड लर्निंग का आगमन हमारे शिक्षा को समझने के तरीके में एक आदर्श बदलाव है। हाइब्रिड लर्निंग व्यक्तिगत शिक्षा और अनुकुली शिक्षा को बढ़ावा देगा। जो इस शिक्षा प्रणाली को अपनाएगा वह समाज, वह देश सबसे प्रगतिशील बन जाएगा। हाइब्रिड लर्निंग का उद्देश्य 'स्थायी शांति के लिए सीखना है'। इस प्रणाली से छात्र ज्ञान से पूर्ण और डिजिटल अर्थव्यवस्था में पनपने और ज्ञान युग की चुनौतियों के लिए तैयार किए जाएंगे। 'हाइब्रिड लर्निंग' नई शिक्षा प्रणाली का 'प्रायोगिक उपक्रम' पूरे चंद्रपुर जिले में सिर्फ एमएलजेडएस में होगा। यह प्रयोग कक्षा आठवीं के छात्रों, अभिभावक, शिक्षकगण के साथ पथदर्शक के रूप में होगा।

डिजिटल युग के लिए होंगे तैयार : जानकारी के अनुसार डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत सीबीएसई ने चंद्रपुर की माउंट लिटरा झी स्कूल में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध होने से चयन किया है। इसमें स्कूल ने कक्षा 8वीं के 40 विद्यार्थियों का चयन किया है। सीबीएसई द्वारा इन 40 विद्यार्थियों को लैपटॉप दिया जाएगा। साथ ही एक क्लास में एलसीडी लगाई जाएगी। जहां सीबीएसई द्वारा विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा। क्लास में रोज 3-4 पीरियड होंगे। विद्यार्थियों को पढ़ाई में कोई दिक्कत आएगी तो स्थानीय शिक्षक उन्हें मदद करेंगे। इसके लिए 9 टीचर व 1 प्रिंसीपल को भी लैपटॉप दिया जाएगा, उन्हें भी इसके लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। विशेष बात यह है कि, इस लैपटॉप में संबंधित पढ़ाई ही हो पाएगी। अन्य बाकी कोई काम नहीं पाएगा। संपूर्ण पढ़ाई लैपटॉप से ही हाेगी। इसमें पेन, बुक, किताब का प्रयोग नहीं होगा। 12वीं तक विद्यार्थियों को डिजिटल प्रशिक्षण दिया जाएगा।

Created On :   25 May 2024 3:21 PM IST

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