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डाक्टरों के आने-जाने के समय पर अस्पताल प्रशासन ध्यान दे : जिलाधीश
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । अस्पताल में कौन-कौन से डॉक्टर ड्यूटी पर हैं, कब आते हैं, उनके आने-जाने का समय क्या है, इस पर अस्पताल प्रशासन को पूरा ध्यान देना चाहिए। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रोगी से संबंधित और आवश्यक वस्तुओं जैसे दवा आपूर्ति, उपकरण की तुरंत मांग करें। अस्पताल में सभी विभागाध्यक्षों की बैठक कर रिपोर्ट मांगे कि उस विभाग में क्या चाहिए, पहली प्राथमिकता क्या है और उसका बजट कितना है। अस्पताल के कर्मचारी किस समय आते हैं, जो समय पर उपस्थित नहीं होते हैं उनका रिकार्ड रखें, जो उपस्थित हैं उनके हस्ताक्षर सत्यापन के लिए लिखावट विशेषज्ञों के पास भेजें, यदि बायोमेट्रिक मशीन है तो उनका रिकार्ड रखने के निर्देश जिलाधिकारी विनय गौड़ा जी.सी ने दिए। जिलाधिकारी गौड़ा ने जिला सामान्य अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था का निरीक्षण तथा जायजा लिया। इस अवसर पर सहायक जिलाधिकारी मुरुगनाथम एम, अधिष्ठता डाॅ. मिलिंद फुलपाटील, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मिलिंद कांबले, जिला सर्जन महादेव चिंचोले, डॉ. प्रशांत उइके, आयएमए सचिव कल्पना गुलवाडे, निवासी वैद्यकीय अधिकारी डॉ. हेमचंद कन्नाके, चिकित्सा अधीक्षक निवृत्ति जीवने आदि उपस्थित थे।
सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में नर्स की मौत मामले काे पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए प्रशासन को जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही जिलाधिकारी ने सामान्य चिकित्सालय में कमियों, त्रुटियों आदि पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। तदनुसार, जिलाधिकारी विनय गौड़ा जी.सी. ने बुधवार को जिला सामान्य अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस समय जिलाधिकारी गौड़ा ने कहा, अस्पताल में प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में नागरिकों की शिकायतों के लिए स्थापित शिकायत पेटी अच्छी स्थिति में होनी चाहिए और लोगों को इसके बारे में जानकारी दंे। जिला चिकित्सालय में औषधियों की आपूर्ति, सामग्री, उपकरण, रिक्तियां आदि के संबंध में सरकार को प्रत्येक माह अवगत कराया जाये। साथ ही इसकी एक प्रति जिला प्रशासन को भी उपलब्ध करवाई जाए। अतिदक्षता इकाई अच्छी स्थिति में होनी चाहिए। यदि रख-रखाव और मरम्मत के लिए दी जाने वाली निधि में अतिदक्षता चिकित्सा कक्ष, सुरक्षा दीवार, प्रवेश द्वार, पानी की टंकी और अन्य सामान शामिल है, तो इसकी तुरंत सूचना दी जानी चाहिए पर जिलाधिकारी ने टेलीमेडिसिन, दुर्घटना, अतिदक्षता, बाल अतिदक्षता चिकित्सा विभाग सहित ड्रेसिंग रूम, प्रसव कक्ष, डायलिसिस यूनिट, थैलेसीमिया कक्ष एवं बाह्य रोगी विभाग आदि का निरीक्षण किया।
पिछले तीन वर्ष का मांगा रिकार्ड : दवा आपूर्ति और मांग, उपकरण, सर्जिकल सामग्री और अस्पताल के लिए प्राप्त निधि के पिछले तीन वर्षों के रिकॉर्ड के संबंध में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी चाहिए। यहां उपलब्ध सभी सीसीटीवी कैमरे शुरू रहने चाहिए। यदि अधिक सीसीटीवी की आवश्यकता है तो उसके लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करें। डॉक्टरों के आगमन और प्रस्थान को रिकॉर्ड करने के लिए अस्पताल के प्रवेश द्वार पर तुरंत सीसीटीवी लगाएं।
सतर्क रहने के दिए निर्देश : नवजात शिशु वार्ड, बाल चिकित्सा वार्ड, आईसीयू अन्य विभागों की तुलना में बेहतर चल रहे हैं, लेकिन सावधान रहें ताकि बच्चा बदलने या बच्चा चोरी के मामले न हो। सुरक्षा गार्ड मरीज के साथ कम से कम परिजनों को अस्पताल में प्रवेश देने की व्यवस्था करें।
Created On :   31 Aug 2023 5:24 PM IST