Chandrpur News: शेडेगांव सफारी गेट होगा शुरू, वन्यजीव संस्थाओं का विरोध जारी

शेडेगांव सफारी गेट होगा शुरू, वन्यजीव संस्थाओं का विरोध जारी
  • संवेदनशील वन्यजीव भ्रमण मार्ग प्रभावित होने की आशंका
  • वनविभाग और वन्यजीव संस्थाएं आमने-सामने

Chandrapur News ब्रह्मपुरी वनक्षेत्र अंतर्गत, चिमूर वन परिक्षेत्र के शेडेगांव से जंगल सफारी गेट शुरू करने की योजना वनविभाग ने बनायी है। इससे सरकारी राजस्व में वृद्धि किंतु इससे संवेदनशील वन्यजीव भ्रमण मार्ग प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए जिले की वन्यजीव संस्थाओं ने डीसीएफ राकेश शेपट को निवेदन सौंपकर इसका विरोध किया है।यह सफारी गेट ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के पास ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प बोर व्याघ्र प्रकल्प उमरेड, करंहाडला अभयारण्य के वन्यजीवों के भ्रमण मार्ग में आ रहा है। वन्यजीव संगठनों ने प्रशासन से लड़ाई कर 750 मीटर का एनिमल अंडरपास बनाया और इस अति संवेदनशील वन्यजीव पथ को बचाने में सफलता हासिल की। बंदर कोयला खान की निविदा जारी होने पर वन्यजीव भ्रमण मार्ग बाधित होने वाला था तो प्रशासन के विरोध में वन्यजीव संस्थाओं ने मिलकर विरोध किया और कोयला खदान रद्द हो गई थी।

लोगों की भीड़ बढ़ेगी तो एनिमल अंडरपास का क्या फायदा : अगर इस रूट पर सफारी शुरु होगी तो यहां गाड़ियां रुकेंगी, लोगों की भीड़ होगी तो फिर एनिमल अंडरपास का क्या फायदा एनटीसीए की सफारी गाइड में कहा गया है कि बाघों की आवाजाही बाधित नहीं होनी चाहिए। जंगली जानवर बिना शोर शराबे के अपना जीवन जी सके इसके लिए बाघ प्रकल्प बनाया गया है किंतु सफारी शुरू होने से कुछ न कुछ प्रयोग वन्यजीव के लिए घातक हो सकता है।

चिमूर में बढ़ सकता है मानव-वन्यजीव संघर्ष : इस जंगल सफारी का गेट चिमूर शहर से सटा है यह वन्यजीव भ्रमण मार्ग बाधित होने से पहले ही चिमूर शहर में शुरू मानव वन्यजीव संघर्ष और बढ़ जाएगा। शेडेगांव सफारी गेट से झरी, पीटीचुवा, सोनेगांव, अमरपुरी, भान्सुली गांव में वन्यजीवों के प्रवेश करने से मानव वन्यजीव संघर्ष और बढ़ेगा इससे इनकार नहीं किया जा सकता। पहले ही निमढेला सफारी गेट से रामदेगी परिसर के गांव में मानव वन्यजीव संघर्ष में अनेक को जान गंवानी पड़ी है। स्थानीयों के विरोध के बाद वनविभाग ने इस गेट से पर्यटन बंद कर दिया था। इसकी पुनरावृत्ति यहां हो सकती है।

स्थनीयों को रोजगार मिले इसका विरोध कोई नहीं कर रहा लेकिन वन्यजीवों को असुविधा न हो इसलिए दूसरी जगह से सफारी गेट शुरू करने की मांग ब्रह्मपुरी वनविभाग के उप वन संरक्षक राकेश सेपट से हैबिटैट कंजरवेशन सोसाइटी, ट्री फाउंडेशन, स्वॉब संस्था, ग्रीन प्लॅनेट सोसाइटी, सार्ड, इयर्स, तरुण पर्यावरण वादी मंडल आदि वन्यजीव संस्थाओं की ओर से निवेदन सौंपा है।

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  • 20 Dec 2024 4:29 PM IST

    संवेदनशील वन्यजीव भ्रमण मार्ग प्रभावित होने का खतरा

    ब्रह्मपुरी वनक्षेत्र अंतर्गत, चिमूर वन परिक्षेत्र के शेडेगांव से जंगल सफारी गेट शुरू करने की योजना वनविभाग ने बनायी है। इससे सरकारी राजस्व में वृद्धि किंतु इससे संवेदनशील वन्यजीव भ्रमण मार्ग प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए जिले की वन्यजीव संस्थाओं ने डीसीएफ राकेश शेपट को निवेदन सौंपकर इसका विरोध किया है।यह सफारी गेट ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के पास ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प बोर व्याघ्र प्रकल्प उमरेड, करंहाडला अभयारण्य के वन्यजीवों के भ्रमण मार्ग में आ रहा है। वन्यजीव संगठनों ने प्रशासन से लड़ाई कर 750 मीटर का एनिमल अंडरपास बनाया और इस अति संवेदनशील वन्यजीव पथ को बचाने में सफलता हासिल की। बंदर कोयला खान की निविदा जारी होने पर वन्यजीव भ्रमण मार्ग बाधित होने वाला था तो प्रशासन के विरोध में वन्यजीव संस्थाओं ने मिलकर विरोध किया और कोयला खदान रद्द हो गई थी।

Created On :   20 Dec 2024 4:24 PM IST

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