- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- चंद्रपुर
- /
- ताड़ोबा में ‘छोटी तारा' के शावकों...
Chandrapur News: ताड़ोबा में ‘छोटी तारा' के शावकों की धमाचौकड़ी का लुत्फ उठा रहे पर्यटक
- सड़क पर अठखेलियां करते देख पर्यटक हो रहे खुश
- बिल्कुल तारा के जैसे ही दिखते हैं उसके शावक
- जंगल सफारी शुरू होते ही उमड़ने लगी पर्यटकों की भीड़
Chandrapur News अंधारी टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को हमेशा बाघों के अलग-अलग अनुभव मिलते हैं। यही कारण है कि पर्यटक ताड़ोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व में आते हैं। वर्तमान में ‘छोटी तारा' बाघिन के 7 से 8 महीने के शावक पर्यटकों के लिए आकर्षण बन गए हैं क्योंकि छोटी तारा बाघिन को अपने शावकों के साथ सड़क पर अठखेलियां करते हुए देखा जा सकता है। ताड़ोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व की ‘छोटी तारा' बाघिन को इस जंगल का सितारा माना जाता है। उसके शावक बिल्कुल उसके जैसे हैं।
शावक कभी मां के पास तो कभी आपस में मस्ती करते हुए दिखाई देते हैं। ताड़ोबा के कोर क्षेत्र में वन्यजीव प्रेमी तथा छायाचित्रकार अर्थ पंकज तिडके ने उनके मस्तीभरे पल को अपने कैमरे में कैद किया। मानसून अवकाश के बाद वन पर्यटन का सीजन अभी शुरू हुआ है। पर्यटकों ने ताड़ोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व की ओर अपनी पहली दौड़ लगाई है। चाहे बफर जोन हो या कोर जोन, इन जंगलों में बाघ पर्यटकों को कभी निराश नहीं करते। इस टाइगर रिजर्व में बाघों और उनके शावकों की कई कहानियाँ लिखी गई हैं।
छोटी तारा बाघिन को पहली बार 2014 के आसपास रेडियो कॉलर लगाया गया था। इस कॉलर को बाद में 2020 में हटा दिया गया। इसका मूल निवास स्थान ताड़ोबा में मोहरली का वन क्षेत्र है। दरअसल, अब उसकी उम्र बढ़ रही है। बावजूद उसका जज्बा आज भी वैसा ही है। यही गुण उसकी शावकों में भी दिखाई दे रहा है। छोटी तारा हो, या फिर उसके शावक सहजता से पर्यटकों के सामने जाते हैं जिससे वे प्रसिद्ध हंै। छोटी तारा ने अब तक 16 बार शवकों को जन्म दिया। लेकिन अब उसके साथ दिखाई देने वाले शावक बड़े मस्तीभरे दिखाई दिए। पर्यटकों के वाहन के सामने छोटी तारा अपने शावकों के साथ आ जाती है। हाल ही में कोर जोन में दोनों शावकों ने अपने मस्तीभरे पल से पर्यटकों को लुभा रहे हैं। शुुरआत में यह दोनों शावक आपस में भीड़ रहे ऐसा महसूस हो रहा था। लेकिन बाद में वे एक दूसरे के साथ मस्ती करते दिखाई दिए।
Created On :   18 Oct 2024 3:59 PM IST