Chandrapur News: सीसीआई के कपास खरीदी केंद्र पर किसानों के हाल-बेहाल

सीसीआई के कपास खरीदी केंद्र पर किसानों के हाल-बेहाल
  • गोंडपिपरी तहसील की चार में से एक ही जिनिंग में चल रही खरीदी
  • ठंड में कपास बेचने वाले किसानों के वाहनों की लगी लंबी कतारें

Chandrapur News महाराष्ट्र-तेलंगाना की सीमा पर बसा गोंडपिपरी तहसील कपास उत्पादक के रूप में जिले में पहचानी जाती है। इस वर्ष गोंडपिपरी तहसील के 18 हजार हेक्टेयर में कपास की बुआई की गई और फसल भी अच्छी आई है। बाजवूद तहसील की वृंदावन जिनिंग में सीसीआई ने समर्थन मूल्य पर कपास खरीदी शुरू की है। बाकी की बंद है इसकी वजह से किसानों के हाल बेहाल हो रहे है। तहसील में कपास संकलन के लिए धानापुर के रासबिहारी, हीती, शाम कॉटन और वृंदावन निजी कॉटन जिनिंग का समावेश है किंतु वर्तमान में वृंदावन जिनिंग में सीसीआई ने समर्थन मूल्य पर कपास खरीदी शुरु की है। बाकी की जिनिंग बंद होने की वजह से कडाके की ठंड में किसान अपने वाहनों के साथ कतार में लगकर अपने नंबर का इंतजार करते है। कपास में माश्चर (नमी) होने की वजह से कपास संकलन केंद्र में कपास को समर्थन मूल्य से काम दाम दिया जा रहा है। इसकी वजह से अनेक किसानों के घरों में कपास भरा पड़ा है किंतु जिन किसानों को कपास तुड़ाई का चुकारा देना है वह लोग औने-पौने दाम में अपना कपास बेच रहे हैं।

ऐसे में तहसील के वृंदावन जिनिंग में समर्थन मूल्य पर कपास खरीदी शुरू होने से किसानों को राहत मिली है। जिले में सरकारी एजंसी सीसीआई और पणन महासंघ के माध्यम से समर्थन मूल्य पर कपास खरीदी की जाती है। भारतीय कपास निगम लिमिटेड ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया चलाकर जिनिंग को खरीदी का आदेश देती है। तहसील की चार में से रासबिहारी और वृंदावन जिनिंग ने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया और सीसीआई ने वृंदावन जिनिंग को कपास खरीदी करने का अधिकार दिया है।

तहसील में एकमात्र जिनिंग में खरीदी शुरू होने की वजह से तहसील के 98 गांव के किसान वृंदावन जिनिंग में अपने सातबारा के साथ पहुंचकर ऑनलाइन प्रक्रिया कर रहे हंै। ऑनलाइन प्रक्रिया होने के बाद वहां पर कपास बेचा जा सकता है। इस वजह से वृंदावन संकलन केंद्र में भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे शासकीय खरीदी केंद्र पर किसानों के हाल बेहाल हो रहे हंै। इसलिए अन्य जिनिंग को भी शुरू करने की मांग सीसीआई से किसानों ने की है।

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  • 19 Dec 2024 6:42 PM IST

    8 हजार हेक्टेयर में कपास की बुआई

     महाराष्ट्र-तेलंगाना की सीमा पर बसा गोंडपिपरी तहसील कपास उत्पादक के रूप में जिले में पहचानी जाती है। इस वर्ष गोंडपिपरी तहसील के 18 हजार हेक्टेयर में कपास की बुआई की गई और फसल भी अच्छी आई है। बाजवूद तहसील की वृंदावन जिनिंग में सीसीआई ने समर्थन मूल्य पर कपास खरीदी शुरू की है।

Created On :   19 Dec 2024 6:40 PM IST

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