Chandrapur News: महामाया कोल वॉशरीज में कोयला ढुलाई के लिए दूसरे राज्यों के ट्रकों का इस्तेमाल

  • आरटीओ से साठगांठ कर चल रहा बंदरबांट
  • ट्रान्सपोर्टर लगा रहे राज्य सरकार को चूना
  • डूब रहा लाखों का टैक्स

Chandrapur News कोयले के काले खेल में खदानों से कोल वॉशरीज तक कोयला ढुलाई के लिए जिन ट्रक, हायवा वाहनों का उपयोग किया जा रहा है, उसमें से अधिकांश दूसरे राज्यों से लाए गए हैं। इस कारण सरकार का करोड़ों रुपए का टैक्स डूब रहा है। ताजा उदाहरण देखे तो घुग्घुस समीप महामाया इन्फ्रा डेवलपमेन्ट प्रा.लि. में कोयला खदानों से कोयला ढुलाई के लिए दूसरे राज्य के वाहनों का उपयोग किया जा रहा है।

यह गोरखधंधा आरटीओ विभाग के अधिकारियों से साठगांठ कर संबंधित ट्रान्सपोर्टर राज्य सरकार को चूना लगा रहे हैं। इस कारण लाखों रुपए का सरकारी टैक्स डूब रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक घुग्घुस समीप म्हातारदेवी, बेलसनी के पास महामाया कोल वाॅशरीज शुरू हुई है। इस वाॅशरीज में कोल ट्रांसपोर्टिंग का काम तेलंगाना राज्य के वाहनों से होता है। उसी प्रकार लोह अयस्क और अन्य प्रकार के मटेरियल की ढुलाई अन्य वाहनों से होती है। इन वाहनों का टैक्स उनके राज्य सरकार को जाता है।

निलजई खदान से लाया जा रहा कोयला : निलजई कोयला खान से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक कोयला इस वाशरीज में लाया जाता है, जो कि अधिकांश तेलंगाना जैसे राज्य से है। इस कारण लाखों के टैक्स की चोरी हो रही है। जबकि जिले में ही अनेक ट्रांसपोर्टर है जो कि इस प्रकार कोयला अन्य मटेरियल की ढुलाई कर सकते हैं। तो फिर दूसरे राज्य के वाहनों का यहां उपयोग क्यों हो रहा है? ऐसा सवाल अब उपस्थित हो रहा है।

3500 में दूसरे राज्यों के वाहन की एन्ट्री: बताया जा रहा है कि एंट्री फीस के नाम पर हर वाहन से प्रतिमाह 3500 रुपए वसूल किए जा रहे हैं किंतु इस ओर किसी वरिष्ठ अधिकारी का ध्यान नहीं है। एक निजी ट्रांसपोर्टर ने बताया कि यह गोरखधंधा आर्थिक लेन देन से शुरू है। इसके लिए आरटीआे विभाग प्रति वाहन प्रतिमाह 3500 रुपए की वसूली करने का दावा भी उसने किया।

Created On :   26 Sept 2024 9:39 AM GMT

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