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Chandrapur News: चंद्रपुर से ही निकलेगा मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने का मार्ग : वनमंत्री नाईक
- बोले -अध्ययन कर कोई उपाय निकालें अधिकारी
- मनुष्य और जानवर दोनों को ही न हो कोई नुकसान
Chandrapur News संरक्षित क्षेत्रों के बाहर स्थानीय रूप से पाए जाने वाले वन्यजीव की संख्या को नियंत्रित करने के लिए अभिनव और संवेदनशील उपाय' पर भारत का पहला सम्मेलन चंद्रपुर में आयोजित किया गया इस बात से बहुत खुश हूं। केन्द्र सरकार और विभिन्न राज्यों के कई विशेषज्ञों ने यहां इस संवेदनशील मुद्दे पर विचार-विमर्श और मंथन किया। चंद्रपुर में विशेषज्ञों के निष्कर्षों से निकलने वाले सकारात्मक समाधान से मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने का मार्ग चंद्रपुर से निकलेगा ऐसा विश्वास राज्य के वनमंत्री गणेश नाईक ने व्यक्त किए । वन अकादमी में ‘वाइल्डकॉन-2025’ दो दिवसीय परिषद के समापन अवसर पर 9 जनवरी को वनमंत्री नाईक बोेल रहे थे।
मंच पर क्षेत्रीय विधायक किशोर जोरगेवार, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक वनबल प्रमुख शोमिता बिस्वास, अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक विवेक खांडेकर, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (प्रबंधन) एम.एस.राव, महाराष्ट्र वनविकास महामंडल के (एफडीसीएम) प्रबंधकीय संचालक संजीव गौड, वन अकादमी के संचालक एम.एस. रेड्डी, चंद्रपुर के मुख्य वनसंरक्षक तथा क्षेत्रीय संचालक डॉ. जितेंद्र रामगावकर, शोभा फडणवीस आदि उपस्थित थे।
मनुष्यों ने जानवरों की जगह पर अतिक्रमण किया, या पशुओं ने अपने स्थान पर अतिक्रमण किया, यह शोध का विषय है यह कहते हुए वनमंत्री नाईक ने कहा कि जानवरों की संख्या बढ़ी है यह सच है। उसी प्रकार बड़े पैमाने पर जनसंख्या भी बढ़ी है किंतु जमीन सीमित है अैर वनक्षेत्र में विकास कार्य हो रहे हैं। इस वजह से जानवरों के निवास की जगह कम पड़ रही है। नतीजा मानव-वन्यजीव संघर्ष बढ़ा है। मनुष्य और जानवर दोनों जीवित रहे इस विषय पर अन्य देशों ने क्या उपाय योजना की इसका अध्ययन वरिष्ठ वन अधिकारियों को करना चाहिये।
वनविभाग के हर विभाग के अनुसार कितने अतिरिक्त मैनपावर की आवश्यकता है उसकी रिपोर्ट भेजे, चंद्रपुर के टाइगर सफारी प्रकल्प को गति देने का प्रयास किया जाएगा। उसी प्रकार जिले के स्थानीय नागरिकों के लिए ताड़ोबा सफारी का शुल्क कम करने के विषय पर अधिकारी नियोजन करें, दो दिवसीय चर्चासत्र में सामने आई समस्या निवारण के प्रयास किए जाएंगे, निधि की कमी न होने देने का भरोसा भी वनमंत्री ने दिया। बांबू से तैयार की गई वस्तुओं की प्रदर्शनी का मुआयना भी उन्होंने किया।
Created On :   10 Jan 2025 3:11 PM IST