Chandrapur News: चंद्रपुर में कुख्यात शिकारी के घर से मिले नीलगाय, चीतल और बाघ के अंग

चंद्रपुर में कुख्यात शिकारी के घर से मिले नीलगाय, चीतल और बाघ के अंग
  • बाघ के अंगों की तस्करी उजागर
  • अब तक 8 आरोपी गिरफ्तार, 3 फरार
  • बड़ा गिरोह होने का अंदेशा

Chandrapur News बाघ के नाखून की तस्करी मामले का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। पहले 2 आरोपियों को बाघ के 4 नाखून के साथ गिरफ्तार करने के बाद फिर 6 आरोपियों को वनविभाग की टीम ने धर दबोचा है। जबकि 3 आरोपी अब भी फरार हैं। फरार आरोपी कुख्यात शिकारी पेंढरी निवासी मोरेश्वर जिटूजी कुमरे के घर की वनविभाग की टीम द्वारा तलाशी लेने पर नीलगाय, चीतल के सींग, बाघ के दांतों के टुकड़े और हडि्डयां बरामद हुए हैं। जिससे इन आरोपियों ने कई वन्यजीवों का शिकार करने की बात सामने आकर यह कुख्यात शिकारी होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

फरार आरोपी हाथ लगने के बाद कई राज खुलने की उम्मीद भी वनविभाग के अधिकारियों को है। बता दे कि, 30 दिसंबर को चंद्रपुर शहर से कुछ किमी दूरीपर स्थित ताडोबा के बफर जंगल से सटे लोहारा गांव में बाघ के नाखून के अवैध व्यापार से संबंधीत संदिप ताेडासे और शेखराव कुलमेथे को गिरफ्तार कर दोनों को 2 जनवरी तक वन हिरासत में रखा गया था। आरोपियों से पुछताछ और जांच के बाद और 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें मुल तहसील के जानाला निवासी संतोष कुलमेथे, सिंदेवाही के पेटगांव निवासी दयाराम मेश्राम, मुल तहसील के चिखली निवासी दिलीप बावने, बेलगाटा निवासी चतुर मेश्राम, चेक बोर्डा निवासी चांगदेव आलाम को पकडा गया।

सभी आरोपियों को अदालत में पेश करने पर 3 आरोपियों को वन हिरासत तो 3 आरोपियों को जेल भेजा गया। जबकि एक आरोपी को जमानत पर रिहा किया गया। उसके बाद आगे की जांच करने पर हलदी निवासी उमाकर कुमरे को हिरासत में लिया गया। वहीं पेंढरी निवासी मोरेश्वर कुमरे व अन्य 2 आरोपी फरार होकर उनकी तलाश जारी है। आरोपी मोरेश्वर कुमरे के घर की जांच करने पर वन्यजीवों के अवयव मिले हैं।

तेलंगाना में होनेवाली थी तस्करी : गुप्त सुचना के अनुसार बाघ के नाखून की तस्करी तेलंगना में होनेवाली थी। इसकी सूचना मिलते ही मुख्य वनसंरक्षक जितेंद्र रामगांवकर ने अधिकारियों को कार्रवाई के आदेश दिए। जिसके बाद जाल बिछाकर आरोपियों को धर दबोचा गया। वरिष्ठों के मार्गदर्शन में आगे की जांच सहायक वनसंरक्षक विकास तरसे,चंद्रपुर आरएफओ जी.आर.नायगमकर कर रहे है।

शिकारियों की बड़ी लिंक : आरोपियों से पुछताछ में पता चला है कि, इनकी एक-दूसरे से बडी लिंक है। बाघ के नाखून मिलने के मामले में आरोपी बता रहे हैं कि, जंगल में बाघ मरा था। यह देखने के बाद उसके नाखून निकाल लिए। परंतु यह लोग झूठ बोलने में माहीर होते हैं, इसलिए उनके बातों पर जांचकर्ता अधिकारियों को विश्वास नहीं है। ऐसे में सभी पहलुओं को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है। इस तस्करी के गोरखधंधे में कौन-कौन शामिल है? इन शिकारियों को गिरोह तो नही? अबतक कितने वन्यजीवों का इन्होंने शिकार किया? दूसरे राज्यों में किसे अवयव बेचते है? जैसे कई सवालों गुत्थी सुलझना अभी बाकी है। फरार आरोपी पकडे जाने के बाद कुछ सवालों से पर्दा उठ सकता है, ऐसा विश्वास जांचकर्ता अधिकारी को है।

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  • 4 Jan 2025 4:52 PM IST

    कई वन्यजीवों का शिकार

    बाघ के नाखून की तस्करी मामले का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। पहले 2 आरोपियों को बाघ के 4 नाखून के साथ गिरफ्तार करने के बाद फिर 6 आरोपियों को वनविभाग की टीम ने धर दबोचा है। जबकि 3 आरोपी अब भी फरार है। फरार आरोपी कुख्यात शिकारी पेंढरी निवासी मोरेश्वर जिटूजी कुमरे के घर की वनविभाग की टीम द्वारा तलाशी लेने पर नीलगाय, चीतल के सींग, बाघ के दांतों के टुकड़े और हडि्डयां बरामद हुई है। जिससे इन आरोपियों ने कई वन्यजीवों का शिकार करने की बात सामने आकर यह कुख्यात शिकारी होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

Created On :   4 Jan 2025 4:51 PM IST

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