Chandrapur News: चंद्रपुर के जंगल क्षेत्र में 18 दिन में एक के बाद एक चार बाघों की मृत्यु

चंद्रपुर के जंगल क्षेत्र में 18 दिन में एक के बाद एक चार बाघों की मृत्यु
  • बाघों की सुरक्षा और संवर्धन पर उठ रहे सवाल
  • कटघरे में वनविभाग

Chandrapur News बाघों का घर कहे जानेवाले चंद्रपुर जिले में बाघों के लिए नया वर्ष ठीक नहीं लग रहा। एक के बाद एक महज 18 दिनों में 4 बाघों की मौत होने से बाघों की सुरक्षा व संवर्धन पर सवाल उठ रहे हैं। इससे वनविभाग भी कटघरे में आ गया है।

देश में पिछले 19 दिनों में कुल 15 बाघों की मौत हुई है। उसमें महाराष्ट्र के 9 बाघों का समावेश है, जो सभी विदर्भ के जंगल के थे। ज्ञात हो कि, 20 जनवरी को ही सिंदेवाही तहसील के शिवनी वनपरिक्षेत्र के उपक्षेत्र नलेश्वर अंतर्गत नियतक्षेत्र पांगडी-1, कक्ष क्रमांक 274 ए में एक बाघ मृतावस्था में पाया गया। उसकी उम्र करीब 18 से 20 माह अनुमानित है। जानकारी के अनुसार परिसर में एक बाघिन का अपने 4 शावकों के साथ विचरण था। इसके अलावा उक्त क्षेत्र में दो बड़े बाघ होने से एक बाघ ने दो सप्ताह पूर्व बाघिन के शावक पर हमला किया। जिससे उस घायल बाघ पर ताड़ोबा के बफर विभाग द्वारा ध्यान रखा जा रहा था। उस पर मौके पर उपचार भी किए गए थे किंतु सोमवार को वह मृतावस्था में मिला।

शावक के सभी अंग साबूत होने से मृत्यृ प्राकृतिक होने का दावा वनविभाग ने किया। मंगलवार को चंद्रपुर के ट्रांन्जिट ट्रीटमेंट सेंटर में शव विच्छेदन किया गया। इसके एक दिन पहले 19 जनवरी को बल्लारशाह - गोंदिया रेलवे मार्ग के सिंदेवाही व आलेवाही स्टेशन के दरम्यान रेलवे की टक्कर में एक बाघिन की मौत हुई थी। इसके पूर्व 9 जनवरी मूल बफर जोन के भांदुर्णा 2 में एक बाघ शावक मृत मिला था। लगभग 5 महीने बाघ शावक की अज्ञात वाहन की टक्कर में अथवा दूसरे बाघ के हमले में मारे जाने का अनुमान था, क्योंकि मृत शावक के आस पास दूसरे बाघ के के पगमार्क पाये गये थे। 2 जनवरी को सिंदेवाही वनपरिक्षेत्र के उपक्षेत्र में नियमित गश्त पर निकली टीम को लाडबोरी गांव के पास रमेश गंडाइत के खेत में एक मरा हुआ बाघ दिखाई दिया था।

Created On :   22 Jan 2025 1:20 PM IST

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