Chandrapur News: बाघ शिकार के अंतरराष्ट्रीय गिरोह की जांच के बाद वनविभाग ने कोर्ट में दायर की चार्जशीट

बाघ शिकार के अंतरराष्ट्रीय गिरोह की जांच के बाद वनविभाग ने कोर्ट में दायर की चार्जशीट
  • बाघ का शिकार कर अंगों की तस्करी
  • अंतरराष्ट्रीय तस्करी के तार देश-विदेश तक जुड़े

Chandrapur News बाघ के शिकार के लिए कुख्यात बहेलिया गिरोह व अन्य संबंधितों की गिरफ्तारी के बाद बाघ शिकार और अंगों की अंतरराष्ट्रीय तस्करी के तार देश-विदेश में तक जुड़े होने की बात वन विभाग के जांच में सामने आयी है। इस मामले में मध्य चांदा वन विभाग के राजुरा वन परिक्षेत्र में बाघ के शिकार मामले में जांच पड़ताल करने के बाद 25 मार्च को राजुरा के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी कोर्ट (जेएमएफसी) में चार्जशीट दायर की है। वन विभाग ने निर्धारित समय सीमा के भीतर बाघ के शिकार और अंगों के अवैध व्यापार के सभी पहलुओं को शामिल करते हुए व्यापक जांच पूरी करने के बाद यह आरोप पत्र दायर किया है।

इस मामले में अखिल भारतीय आपराधिक संबंधों के कारण स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विशेष रूप से गठित जांच दलों (एसआईटी) द्वारा पिछले दो महीनों में गहन और संयुक्त जांच की गई है। प्रादेशिक वन विभाग के अलावा महाराष्ट्र वन विभाग की कई शाखाओं का समावेश था। जिसमें ताड़ोबा अंधारी टाइगर रिजर्व और विशेष बाघ संरक्षण बल, सामाजिक वानिकी विभाग और मेलघाट साइबर सेल के अधिकारी इस जांच में शामिल रहे हैं। वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो, नई दिल्ली, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण, नई दिल्ली भी जांच में शामिल रहे और विभिन्न स्तरों पर आवश्यक सहायता प्रदान की। मध्य प्रदेश टाइगर टास्क फोर्स, चंद्रपुर पुलिस विभाग और मेघालय वन विभाग ने भी जांच प्रक्रिया में सहयोग किया है।

आधा दर्जन राज्यों में हुई जांच पड़ताल : बाघ शिकार का कुख्यात गिरोह चंद्रपुर जिले में पकड़े जाने के बाद देशभर के जंगल में रेड अलर्ट जारी किया गया था। मामले की तह तक जाने के लिए वन विभाग की अलग-अलग टीमों ने महाराष्ट्र समेत मध्यप्रदेश, असम, मिजोरम, मेघालय आदि स्थानों पर जांच कर संबंधित आरोपियों को धर दबोचा। वनविभाग के पीसीसीएफ वन्यजीव श्रीनिवास राव, पीसीसीएफ विवेक खांडेकर, चंद्रपुर सीसीएफ जितेंद्र रामगांवकर, ताड़ोबा के संचालक प्रभुनाथ शुक्ला, एसपी सुदर्शन मुमक्का, डीसीएफ पीयूषा जगताप के वर्किंग प्लान के मार्गदर्शन में विविध टीमों ने जांच की।

संगठित अपराध में 29 आरोपी, अब तक 13 गिरफ्तार : इस मामले में वन विभाग ने कुल 29 लोगों को प्राथमिक आरोपी बनाया गया था, जिनमें से 13 को गिरफ्तार कर लिया है और वे न्यायिक हिरासत में हैं। पकड़े गए आरोपियों में महाराष्ट्र के साथ मेघालय, मिजोरम, हरियाणा, पंजाब आदि स्थानों का समावेश है। जांच के दौरान पता चला कि, यह मामला राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संचालित बड़े पैमाने पर संगठित अपराध सिंडिकेट का हिस्सा है, जिसमें देश के विभिन्न स्थानों से बाघों के अंगों की तस्करी की जाती है। इस मामले में फरार आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं, ताकि संबंधों की आगे की जांच की जा सके। - श्वेता बोड्डू, डीसीएफ, मध्य चांदा वनविभाग

Created On :   26 March 2025 3:01 PM IST

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