आशा वर्कर्स और समूह प्रवर्तकों को नहीं मिली कोरोना काल की प्रोत्साहन राशि

आशा वर्कर्स और समूह प्रवर्तकों को नहीं मिली कोरोना काल की प्रोत्साहन राशि
26 को जिप के सामने छाता मोर्चा निकालने की चेतावनी

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। कोरोना काल की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रशासन की ओर से गांव स्तर पर काम करने वाली आशा वर्कर और समूह प्रवर्तकों को प्रोत्साहन भत्ता के रूप में प्रतिमाह 1000 रुपए अदा करने के आदेश सरकार ने दिया था। किंतु आज तक प्रोत्साहन भत्ता नहीं दिया गया इसलिए यह राशि देने की मांग का निवेदन कोरपना समूह विकास अधिकारी पेंदाम व तहसील स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपा गया। मांग पूरी न होने पर 26 जुलाई को आयटक के नेतृत्व में जिला परिषद के सामने छाता आंदोलन की चेतावनी दी है।

जिला स्तर पर प्राप्त आदेश के अनुसार अपने अपने कर्यक्षेत्र में आशा और समूह प्रवर्तकों ने अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना से संबंधित अपना कार्य किया। इस काम के लिए मिलने वाले मानधन के अलावा प्रतिमाह एक हजार रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में देने का आदेश सरकार ने 31 मार्च 2020 और 4 जून 2020 को दिया था। इस आदेश के आधार पर जिप सीईओ ने 28 सितंबर और 21 जून 2023 को अपने अधीनस्थ सभी ग्रापं को प्रोत्साहन भत्ता देने के निर्देश दिए थे। किंतु आज तक आदेश का अमल नहीं हुआ है। उसी प्रकार आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत किए सर्वे के प्रति परिवार 10 रुपए, इंद्रधनुष मिशन सर्वे की मजदूरी न देकर उन पर काम का दबाव डाला जा रहा है। इसलिए आशा वर्कर और समूह प्रवर्तकों ने आयटक के राज्य सचिव विनोद झोडगे की अगुवाई में निवेदन सौंपा है। मांग पूरी न होने पर 26 जुलाई को छाता आंदोलन की चेतावनी दी है। निवेदन सौंपने वालों में सविता जेनेकर, सखू खोके, शोभा कुलमेथे, ज्योत्स्ना पंधरे,वंदना निरंजने, नेहा जगताप आदि का समावेश है।

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Created On :   20 July 2023 4:24 PM IST

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