खौफ में जीवन: बाघ के हमले में एक और चरवाहे की मौत, लगातार हमले से भारी दहशत

बाघ के हमले में एक और चरवाहे की मौत, लगातार हमले से भारी दहशत
  • बाघों और हाथियों ने किया जीना दुश्वार
  • खेती के काम करना भी हुआ मुश्किल
  • किसान और मजदूर खेत में जाने से डर रहे

डिजिटल डेस्क, मूल (चंद्रपुर) । जिले में बाघ के हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। मूल तहसील के जानाला ग्राम में रविवार को बाघ के हमले में चरवाहे की मौत हो गई थी। इसके बाद मंगलवार को तहसील के मरेगांव में सावली वन विभाग अंतर्गत राजोली क्षेत्र में चरवाहे पर बाघ ने हमला कर दिया, जिसमें चरवाहे की मौत हो गई। घटना मंगलवार दोपहर को हुई। बाघ के हमले में मरने वाला मरेगांव निवासी वासुदेव झींगरु पेंदोर (60) होने की जानकारी मिली है।

बताया गया कि, चरवाहा सावली वन विभाग के अंतर्गत राजोली क्षेत्र के सर्वे नंबर 111 में गुरुदास वाकडे के खेत से लगे नाले के पास मवेशियों को चराने गया था। घात लगाए बैठे बाघ ने उस पर हमला क दिया, जिसमें गुरुदास की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही सावली वनविभाग के वनपरिक्षेत्र अधिकारी विनोद धुर्वे, क्षेत्र सहायक वाकडोत, वनरक्षक धनविजय, वनरक्षक गुरनुले, वनरक्षक आखाडे, वनरक्षक बोनलवार, वनरक्षक नागोसे ने तत्काल घटनास्थल का जायजा लेकर चरवाहे के शव को पोस्टमार्टम के लिए मूल उपजिला अस्पताल में भेज दिया।

साथ ही वनपरिक्षेत्र अधिकारी विनोद धुर्वे के हाथों मृतक के परिजनों को 25 हजार रुपए की तत्काल सहायता दी गई। इस समय संदिप कारमवार, संजीवन पर्यावरण संस्था के उमेश सिंह जीरे, मरेगांव के पुलिस पाटील एवं ग्रामीण उपस्थित थे। पिछले 15 दिनों मे लगातार चरवाहों की मौत की घटनाअों से परिसर के नागरिकों में खौफ का आलम बना हुआ है। ग्रामीण जंगल परिसर में जाने से डर रहे हैं। ऐसे मंे कृषि कार्य करना मुश्किल हो रहा है। वन विभाग से तत्काल सुरक्षा के इंतजाम करने की मांग की गई है।

मूसलाधार बारिश से भाेयगांव-धानोरा मार्ग बंद : चंद्रपुर में बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश के कारण वर्धा नदी पुल पर से 3-4 फीट पानी बहने से भोयगांव-धानोरा मार्ग बंद है। नदियां उफान पर होने से हजारों हेक्टेयर खेतों में पानी घुसने से किसानों का भारी नुकसान हुआ। बारिश के कारण शहर के लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। लेकिन सड़क किनारे अपनी दुकान सजाए बैठे छोटे व्यवसायियों को बड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा। इस बीच नागपुर प्रादेशिक मौसम विभाग ने 5 सिंतबर को जिले में यलो अलर्ट की चेतावनी दी है। वहीं अन्य जिलों में हुई बारिश के कारण नदियां उफान पर होने से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। बुधवार को दिनभर उमस के बाद शाम 4 बजे अचानक मौसम बदल गया और बिजली की कड़कड़ाहट के साथ मूसलाधार बारिश हुई।

उत्सव के दिन होने के कारण बाजार गुलजार है। खरीदारी के लिए नागरिकों की भीड़ लगी हुई है लेकिन अचानक हुई धुआंधार बारिश के कारण सभी लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। गणपति की मूर्तियां तथा सजावट सामग्री को बारिश से बचाने व्यवसायियों को दौड़भाग करनी पड़ी। बारिश के कारण सड़कों से गुजरने वाहनों के पहिये थम गए। कई वाहन चालकों ने अपने वाहन सड़क पर खड़े कर बारिश से बचाव कर रहे थे। इस बीच नागपुर प्रादेशिक मौसम विभाग ने 5 सिंतबर को जिले 5 सिंतबर को यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान जिले के एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना व्यक्त की है।

Created On :   5 Sept 2024 8:09 AM GMT

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