सुविधाओं का अभाव: जिला सरकारी अस्पताल में 20 माह में 436 शिशुओं की मृत्यु

जिला सरकारी अस्पताल में 20 माह में 436 शिशुओं की मृत्यु
महाविद्यालय और अस्पताल में लगा है समस्याओं का अंबार

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। सरकारी मेडिकल कॉलेज और जिला सामान्य अस्पताल की नवजात चिकित्सा में वर्ष 2022-23 में 298 नवजात शिशुओं की मृत्यु हो गई और 1 अप्रैल 2023 से 1 अक्टूबर 2023 तक 138 नवजात शिशुओं ने दम तोड़ दिया। 20 माह में 436 नवजात शिशुओं की मौत हो चुकी है। केवल 24 बिस्तरों वाली गहन देखभाल कक्ष में हर दिन 50 से अधिक नवजात शिशुओं को रखा जाता है। नांदेड़ और नागपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में चौबीस घंटे में 24 नवजात शिशुओं की मौत से राज्य में सनसनी फैल गई है। ऐसे में चंद्रपुर के सरकारी मेडिकल कालेज और जिला सरकारी अस्पताल के दौरे के दौरान यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।

सूत्रों के अनुसार सरकारी मेडिकल कालेज में नवजात शिशु चिकित्सा कक्ष है। इस कमरे में नवजात शिशुओं का इलाज किया जाता है। पिछले 20 महीनों में कुल 436 नवजात शिशुओं की मौत हो चुकी है। इसमें 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक एक साल में 298 नवजात शिशुओं की विभिन्न कारणों से मौत हुई है। 1 अप्रैल 2023 से 1 अक्टूबर 2023 के बीच 138 नवजात शिशुओं की मौत हो चुकी है। इस कमरे में अनेक असुविधाएं हैं। कुल 24 बिस्तरों वाला एक नवजात देखभाल कक्ष है। हालांकि सूत्रों ने बताया कि इस वार्ड में प्रतिदिन 50 से अधिक नवजात शिशुओं को इलाज के लिए रखा जाता है। जबकि दवाओं की भी भारी कमी है। ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में गर्भवती माताएं मेडिकल कालेज में आती हैं। ऐसे में उन्हें बाहर से दवा खरीदनी पड़ रही है। नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई अति आधुनिक होनी चाहिए। हालांकि, इस कमरे में सुविधाओं की भारी कमी है। इस दौरान कालेज प्रभारी अधिष्ठाता डॉ. सुरपाम, बाल रोग विशेषज्ञ एवं नवजात शिशु कक्ष के डॉ. मिलिंद कांबले से कांग्रेस पूर्व पार्षद नंदू नागरकर, युवा कांग्रेस महानगर जिला अध्यक्ष राजेश अडुर, प्रवीण पडवेकर, सकीना अंसारी, विना खनके, शालिनी भगत के एक प्रतिनिधिमंडल ने मिलिंद कांबले को एक ज्ञापन सौंपा और नांदेड़ और नागपुर जैसी भयावह स्थिति से बचाने की मांग की । उधर, इस संबंध में मेडिकल कालेज एवं नवजात शिशु कक्ष के डाॅ. मिलिंद कांबले से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सितंबर महीने में 17 बच्चों की मौत हुई है। बाहर गांव छुट्‌टी पर जा रहे होने से विस्तृत जानकारी नहीं दे सकते।


Created On :   7 Oct 2023 5:56 PM IST

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