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RBI: भारतीय रिजर्व बैंक भोपाल कार्यालय में दो दिवसीय कार्यशाला का किया गया आयोजन, उच्च अधिकारियों ने भी अपने अनुभव साझा किए
![भारतीय रिजर्व बैंक भोपाल कार्यालय में दो दिवसीय कार्यशाला का किया गया आयोजन, उच्च अधिकारियों ने भी अपने अनुभव साझा किए भारतीय रिजर्व बैंक भोपाल कार्यालय में दो दिवसीय कार्यशाला का किया गया आयोजन, उच्च अधिकारियों ने भी अपने अनुभव साझा किए](https://www.bhaskarhindi.com/h-upload/2025/02/07/1401418-.webp)
- दो दिवसीय कार्यशाला का किया गया आयोजन
- भारतीय रिजर्व बैंक भोपाल कार्यालय में आयोजन
- उच्च अधिकारियों ने भी अपने अमूल्य अनुभव साझा किए
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक भोपाल कार्यालय द्वारा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र के वित्तपोषण में कार्यरत बैंकर्स की क्षमता संवर्धन के लिए राष्ट्रीय मिशन 3.0(NAMCABS 3.0) के अंतर्गत दो दिवसीय कार्यशाला का दिनांक 06-07 फरवरी 2025 को भोपाल में आयोजन किया गया। भारतीय रिजर्व बैंक के महाप्रबंधक हेमन्त कुमार सोनी ने प्रतिभागियों का स्वागत किया एवं समग्र आर्थिक वातावरण में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र की महत्ता एवं इस क्षेत्र के विकास में बैंको की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया एवं बैंक ऑफ इंडिया के उच्च अधिकारियों ने भी अपने अमूल्य अनुभव साझा किए । कार्यक्रम में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एवं निजी बैंक के अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन रोशनी हजेला(सहायक महाप्रबंधक), वित्तीय समावेशन एवं विकास विभाग, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किया गया ।
उन्होंने एमएसएमई वित्तपोषण पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी दिशानिर्देशों पर प्रतिभागियों को विस्तार से समझाया। नवीन कुमार सिंह (प्रबंधक) द्वारा एमएसएमई वित्तपोषण के तकनीकी हस्तक्षेप, अकाउंट एग्रीगेटर, TReDS की भूमिका पर सत्र लिया गया। इसके अतिरिक्त कार्यशाला में एमएसएमई क्षेत्र के लिए भारत सरकार की पहल, एमएसएमई खातों में प्रगति की निगरानी और तनाव का प्रबंधन, सीजीटीएमएसई और एनसीजीटीसी की भूमिका, एमएसएमईएस में क्रेडिट फ्लो को पुनर्जीवित करना, एमएसएमई ऋण में सीआईसी की भूमिका, ऋण दस्तावेज और एमएसएमई ऋण की वसूली के पहलुओं, सीजीटीएमएसई और एनसीजीटीसी की भूमिका, एनपीए प्रबंधन आदि विषयों को शामिल किया गया।
कार्यशाला में सभी प्रतिभागियों ने MSME क्षेत्र से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर सक्रिय रूप से बातचीत की। प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए बताया की कार्यशाला से प्राप्त ज्ञान का फायदा भोपाल क्षेत्र के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को मिलेगा, जिससे रोजगार सृजन में सहायता मिलेगी।
Created On :   7 Feb 2025 11:28 PM IST