मप्र में भाजपा की मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ने की तैयारी

मप्र में भाजपा की मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ने की तैयारी
Rewa : Prime Minister Narendra Modi and Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan during the National Panchayat Raj Day event, in Rewa on Monday, April 24, 2023. (Photo:IANS)
डिजिटल डेस्क,भोपाल। मध्यप्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा के चुनाव कशमकश भरे होंगे और बाजी किसके हाथ लगेगी इसका पूवार्नुमान किसी को नहीं है। लिहाजा सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी किसी तरह की चूक करने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को सामने रखकर चुनाव लड़ने का लगभग मन बना लिया है।

राज्य में भाजपा की लगभग दो दशक से सरकार है। बीच में लगभग सवा साल ऐसा आया था जब कांग्रेस के हाथ में सत्ता थी। लंबे अरसे से सत्ता की बागडोर भाजपा के हाथ में होने के कारण पार्टी को एंटी इनकंबेंसी की चिंता सता रही है।

पिछले कुछ दिनों में पार्टी के अंदरूनी सर्वे में भी पार्टी को खुश करने वाले नहीं रहे। उसके बाद से पार्टी ऐसी रणनीति पर काम कर रही है जिससे एक तरफ एंटी इनकंबेंसी के प्रभाव को रोका जा सके तो वहीं प्रधानमंत्री की छवि को आगे रख कर जनता को लुभाया जा सके।

भाजपा के राष्ट्रीय संगठन का प्रदेश में लगातार दखल बढ़ रहा है और यही कारण है कि वरिष्ठ नेताओं की राज्य में सक्रियता भी बड़ी है। विशेष संपर्क अभियान के तहत यह नेता न केवल लोकसभा, विधानसभा क्षेत्र तक पहुंच रहे हैं बल्कि समाज के प्रबुद्ध लोगों से भी संवाद कर रहे हैं। इसके पीछे पार्टी का मकसद जमीनी स्थिति का आकलन करना और उसमें सुधार लाना है।

इसके अलावा पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे भी राज्य में बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी की छवि को पार्टी आगे रखकर राज्य के विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरने का मन बना चुकी है। इसी के चलते पीएम मोदी के राज्य में प्रवास भी बढ़ रहे हैं। वो 27 जून को राज्य में आ रहे हैं, धार जाएंगे, भोपाल के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे साथ ही शहडोल का भी प्रवास संभावित है।

भाजपा प्रधानमंत्री के प्रवास के जरिए आदिवासी वोट बैंक को लुभाने की कोशिश कर रही है। पीएम मोदी का आदिवासी गौरव दिवस पर मध्य प्रदेश प्रवास हुआ, इसी वर्ग से जुड़ी रानी कमलापति के नाम पर भोपाल में रेलवे स्टेशन का नाम रखा गया। इसी क्रम में अन्य फैसले भी हुए और अब प्रधानमंत्री का आदिवासी बाहुल्य वाला इलाका शहडोल भी जाना हो रहा है।

राज्य में भाजपा की नजर आदिवासी वोट बैंक पर है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को आदिवासी इलाके में बड़ा नुकसान हुआ था। 47 सीटों में से भाजपा सिर्फ 16 सीटें जीत सकी थी और कांग्रेस 30 सीटों पर आगे रही थी। कुल मिलाकर भाजपा को सत्ता से दूर रखने में आदिवासी वोट की अहम भूमिका रही थी।

भाजपा एक बार फिर इस वोट बैंक में अपनी पकड़ को और मजबूत करना चाह रही है। पिछले चुनाव में राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 और भाजपा को 109 सीटें हासिल हुई थी।चुनाव करीब आने के साथ कांग्रेस के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आते जा रहे हैं। पहले अरुण यादव ने प्रधानमंत्री के मध्य प्रदेश प्रवास को लेकर गंभीर हमला बोला था और अब नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने हमला बोला है।

कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हफीज का कहना है कि जिस भी राज्य में चुनाव होते हैं प्रधानमंत्री वहां प्रचार मंत्री की भूमिका में नजर आते हैं। कर्नाटक में भी यही हुआ, मगर जनता मन बना चुकी थी और भाजपा को सत्ता से बाहर होना पड़ा। मध्य प्रदेश मे भी यही कुछ होने वाला है। प्रधानमंत्री मोदी चाहे जितने दौरे करें मगर राज्य की जनता भाजपा को सत्ता से बाहर करने का मन बना चुकी है। जैसा कर्नाटक में हुआ है वैसा ही मध्य प्रदेश में होने वाला है। प्रधानमंत्री हर तरफ घूमेंगे और भाजपा की हार होगी।

वहीं भाजपा के प्रवक्ता पंकज चतुवेर्दी का कहना है कि नरेंद्र मोदी का होना भाजपा के लिए गर्व का विषय है। जहां तक चेहरे की बात है तो भाजपा का चेहरा कमल का निशान है। उसी निशान पर चुनाव लड़ा जाएगा। नेतृत्व प्रधानमंत्री का है और चुनाव का मुद्दा विकास होगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राज्य के विधानसभा चुनाव दोनों ही राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस के लिए काफी अहम है।

राज्य सरकार को लेकर भाजपा के अच्छा फीडबैक नहीं मिल रहा है। लिहाजा पार्टी की कोशिश है कि प्रधानमंत्री के चेहरे को आगे रखा जाए और हिंदुत्व के मुद्दे पर आगे बढ़ा जाए, जिसका राज्य में पार्टी को लाभ मिल सकता है। यही कारण है कि राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ प्रधानमंत्री की लगातार राज्य में आमद बढ़ रही है। भाजपा प्रधानमंत्री की छवि को मध्य प्रदेश में भुनाना चाह रही है।


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Created On :   23 Jun 2023 11:04 PM IST

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