- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- भंडारा
- /
- बारिश ने बढ़ाई किसानों की मुसीबत,...
फसल चौपट !: बारिश ने बढ़ाई किसानों की मुसीबत, गरज चमक के साथ आया पानी - मौसम में ठंडक
- रात्रि में तेज हवाओं के साथ बारिश
- बारिश से किसान हुए परेशान
- बारिश से गेंहू, चना, सब्जी फसलों के नुकसान की संभावना
डिजिटल डेस्क, भंडारा. जिले में पिछले दो दिनों से मौसम के बदलते मिजाज के चलते रविवार की रात्रि में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। जिसके बाद सोमवार को दिन में धूप और शाम को बदरीला मौसम बना और देर शाम में भंडारा शहर समेत आसपास के परिसर में बारिश हुई। पिछले कुछ दिनों से जिले में बेमौसम बारिश का सिलसिला जारी है। जिससे किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है। जिससे रबी फसलें संकट में आ गई है। किसानों द्वारा लगाया गया गेंहू कटाई के लिए परिपक्व हुआ है। ऐसे में समय में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई तो किसानों के हाथ आयी फसलों का नुकसान हो सकता है। जिला प्रशासन ने एक सप्ताह के पहले अलर्ट जारी कर 19 मार्च तक बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया। मौसम विभाग द्वारा लगाया गया अनुमान सच साबित हुआ। रविवार रात्रि व सोमवार शाम को जिले के अलग अलग हिस्सों में बेमौसम बारिश हुई। तेज हवाओं व बारिश से गेंहू, चना, सब्जी फसलों के नुकसान की संभावना है। इस बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ाई है। बारिश लगातार होती रही तो किसानों की फसलों का भारी नुकसान हो सकता है। मौसम विभाग द्वारा जिले में मंगलवार को आरेंज अलर्ट जारी किया है। ऐसे में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। जवाहरनगर परिसर के राजेदहेगांव, कोंढी, परसोडी, सावरी आदि गांव में रविवार 17 मार्च को हुई बेमौसम बारिश के कारण विविध फसलों का बडा नुकसान हुआ है। इसके कारण किसानों में चिंता का माहौल निर्माण हो गया है। नुकसान का मुआवजा देने की मांग परिसर के किसानों व्दारा की जा रही है। जवाहरनगर परिसर में किसानों ने ग्रीष्मकालिन फसल की बुआई की है। जिसमें चना, गेंहू आदि फसलों समेत विविध सब्जियों की फसल की बुआई की गई है। जिन में से कुछ फसले परिपक्व हुई है और कुछ फसलों की कटाई शुरू है। किंतु रविवार 17 मार्च की रात को हुई बेमौसम बारिश के कारण सभी फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है। हाथ में आई फसल को प्रकृती ने छिनने के कारण किसान लाचार हो गया है। परिसर के अधिकांश किसान अल्पभूधारक है। किसानों ने विविध बैंक, पतसंस्था एवं साहुकार से कर्ज लेकर ग्रीष्मकालीन फसलों की बुआई की है। किंतु नुकसान होने के कारण कर्ज की किश्त लौटाना भी किसानों के लिए मुश्किल हो गया है। जिसके कार किसान आर्थिक संकट में होकर चिंता में है। इस प्राकृतिक संकट के सामने किसान लाचार दिखाई दे रहा हंै। बेमौसम बारिश से हुए नुकसान का तत्काल पंचनामा करके पीड़ित किसानों को मुआवजा देने की मांग परिसर के किसानों ने प्रशासन से की है।
गोंदिया में गरज के साथ बरसीं हल्की फुहारें
उधर गोंदिया जिले में रविवार, 17 मार्च की रात गोंदिया, आमगांव तहसील में अनेक स्थानों पर एवं अन्य तहसीलों में कुछ स्थानों पर कहीं रिमझिम तो कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई है। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण नागरिकों को दिनभर से तपती गर्मी से कुछ राहत मिली। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इस तरह की हल्की बारिश से जिले में धान सहित अन्य फसलों को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है। लेकिन तेज हवा एवं आंधी-तुफान से आम की फसल प्रभावित होने की संभावना है। 18 मार्च को भी सुबह के समय मौसम साफ रहा। लेकिन दोपहर होते-होते आसमान में फिर बादल छा गए एवं मौसम दिनभर बदरीला बना रहा। शाम के समय बारिश होने की संभावना भी जताई जा रही है। जिलाधिकारी कार्यालय के नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान अर्थात 18 मार्च को सुबह 10.35 बजे तक गोंदिया जिले में 1.0 मिमी औसत बारिश रिकार्ड की गई। इस अवधी में गोंदिया तहसील में 2.8 मिमी, आमगांव में 2.5 मिमी, तिरोड़ा में 0.3 मिमी, गोरेगांव में 0.4 मिमी, सालेकसा में 0.6 मिमी, देवरी में 0.1 मिमी, अर्जुनी मोरगांव में 0.1 मिमी एवं सड़क अर्जुनी तहसील में 0.2 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। 1 मार्च से 18 मार्च की अवधी में जिले में कुल मिलाकर 2.1 मिमी औसत बारिश रिकार्ड की गई है। मौसम विज्ञान विभाग का येलो एवं ऑरेंज अलर्ट : भारत मौसम विज्ञान विभाग के प्रादेशिक मौसम केंद्र नागपुर द्वारा अगले 5 दिनों के लिए मौसम का जो पूर्वानुमान एवं चेतावनी जारी की गई है। उसके अनुसार गोंदिया जिले में 18 एवं 20 मार्च को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की अधिक संभावना जताई गई है। साथ ही कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। वहीं 19 मार्च के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जिसके तहत कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की अधिक संभावना जताई गई है। जबकि कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि एवं गरज-चमक के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। विभाग की माने तो 20 मार्च तक मौसम इसी तरह का बना रहेगा। 21 एवं 22 मार्च के लिए फिलहाल किसी प्रकार की चेतावनी जारी नहीं की गई।
Created On :   19 March 2024 6:46 PM IST