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पशुसंवर्धन विभाग की योजनाओं के लिए 50 लाख तक अनुदान
डिजिटल डेस्क, भंडारा। पशुसंवर्धन विभाग द्वारा केंद्र शासन पुरस्कृत राष्ट्रीय पशुधन अभियान अंतर्गत मुर्गी पालन, भेड़-बकरी यूनिट, सुअर पालन, पशु खाद व चारा निर्मिति प्रकल्प के लिए अनुदान दिया जाता है। इन योजना के अमलबजावणी संदर्भ जिला परिषद अध्यक्ष गंगाधर जिभकाटे की अध्यक्षता में व अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमलाकर रणदिवे व प्रकल्प संचालक विवेक बोंद्रे, जिला ग्रामीण विकास प्रणाली की प्रमुख उपस्थिति में जिला परिषद सभागृह में कार्यशाला ली गई। योजना गांव स्तर तक पहुंचाकर अधिक से अधिक पशुपालकों को इन योजनाओं का लाभ मिले इस तरह से नियोजन करके उद्योजक निर्माण करने का आह्वान जिभकाटे ने किया। रोजगार निर्मिती व उद्योजकता विकास के लिए पशुधन की उत्पादकता दुग्ध, ऊन, अंडे, मास, चारा की उपलब्धता बढ़ाना, पशुधन बढ़ाने के लिए दुरुस्ती करना, ऐसा कच्चा माल मिले, इसलिए संगठित क्षेत्र से जोडा जानेवाला होने की जानकारी इस समय उन्होंने दी। इस अभियान में बकरी, भेड़ व सुअर प्रजाति का विकास तथा पशु खाद व चारा उद्योजकता विकास इसके अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं। जिसमें अंडे उत्पादन के लिए एक हजार से अधिक मुर्गी पालन प्रकल्प के लिए 25 लाख अनुदान उपलब्ध है। भेड़-बकरी यूनिट के लिए 100 मादा व 5 नर से 500 मादा व 25 नर इसके अनुसार 10 से 50 लाख रुपए अनुदान उपलब्ध है।
सुअर पालन यूनिट के लिए 50 मादा व 5 नर से 100 मादा व 10 नर इसके अनुसार 15 से 30 लाख रुपए अनुदान उपलब्ध है। पशुखाद व चारा, मूरघास बेलर, मवेशी के पानी पीने का बर्तन, टीएमआर निर्मिती प्रकल्प को 50 लाख रुपए अनुदान उपलब्ध है। यह योजना केंद्र पुरस्कृत महत्वाकांक्षी योजना होकर, योजना के लिए वैयक्तिक स्वयंसहायता बचत समूह, किसान उत्पादक संघ, कंपनी तथा संयुक्त दायित्व गुट आवेदन कर सकते हंै। इस योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुकों ने nlm.udhyamimitra इस पोर्टल पर आवेदन करें। विभाग व्दारा इस आवेदन की जांच करके बैंक के पास मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जाता है। बैंक ने कर्ज आपूर्ति की गारंटी देने पर राज्य समिति के प्रयास समेत केंद्र शासन के पास प्रस्ताव भेजा जाएगा। प्रकल्प के लिए खुद की या किराए की जमीन आवश्यक है। इस कार्यशाला में तकरीबन 100 पशुसखी व पशुसंवर्धन विभाग से संबंधित व्यक्ति उपस्थित थे। राष्ट्रीय पशुधन अभियान के अलावा विभाग के राज्य स्तरीय योजना, जिला स्तरीय योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, लम्पी बीमारी संदर्भ मार्गदर्शन व उपाययोजना तथा समय पर उपस्थित हुए विवध शंका दूर किए गए। इस कार्यशाला में पशुसंवर्धन विभाग के उपायुक्त डा. वाय. एस. वंजारी ने पशुसखीयों को जरूरतमंदों तक पहुंचकर योजनाओं का प्रचार व प्रसार करने का आह्वान किया। तथा कार्यशाला में डा. वरारकर, डा. कोरडे, डा. टेकाम, डा. लीना पाटील, डा. मदिकुंटावार, डा. मुकेश कापगते, ने मार्गदर्शन किया। इस कार्यशाला का आयोजन जिला पशुसंवर्धन अधिकारी डा. सुबोध नंदागवली ने जिला ग्रामीण विकास यंत्रणा के बोंद्रे सहकार्य से किया। प्रस्तावना डा. सुबोध नंदगवली ने की। अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमलाकर रणदिवे एवं जिला ग्रामीण विकास यंत्रणा के प्रकल्प संचालक विवेक बोंद्रे ने मार्गदर्शन कर इस योजना का प्रचार और प्रसार ग्राम स्तर पर करने का आह्वान किया।
Created On :   31 Aug 2023 6:35 PM IST