Bhandara News: धान उत्पादकों को पाई-पाई के लिए तरसा रही राज्य सरकार

धान उत्पादकों को पाई-पाई के लिए तरसा रही राज्य सरकार
  • पत्र परिषद में पटोले ने लगाया आरोप
  • बारदाना खरीदी में भ्रष्टाचार का भी लगाया आरोप

Bhandara News तीन माह पहले धान बेचने वाले धान उत्पादक किसानों को अब तक सरकार ने रुपए नहीं दिए। सरकार किसानों को रुपयों के लिए तरसा रही है। मंत्रालय में अधिकारियों से किसानों के रुपए के बारे में पूछने पर वह आज कल में रुपए देने की बात करते हैं। लेकिन महायुति सरकार के पास किसानों के लिए रुपए नहीं है। यह आरोप कांग्रेस नेता विधायक नाना पटोले ने शुक्रवार को भंडारा में जिला परिषद के अध्यक्ष के कक्ष में हुए पत्र परिषद में लगाए। इस समय जिप अध्यक्ष कविता उईके, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मोहन पंचभाई व अन्य कांग्रेस के नेता उपस्थित थे। इस समय पटोले ने आगे आरोप लगाया कि धान खरीदी के लिए सरकार ने पुराना 10 रुपए कीमत का बारदाना 40 रुपयों में खरीदीकर भ्रष्टाचार किया। बोरों के लिए लगने वाली रस्सी खरीदी में करोड़ों का भ्रष्टाचार किया गया। जिस कंपनी को प्लास्टिक थैलियां वितरित करने का अनुभव नहीं है उसे ऑर्डर दिया गया। सरकार एक ओर किसानों से जुड़े कामों में भ्रष्टाचार कर रही है। दूसरी ओर किसानों को धान खरीदी के रुपए नहीं दे रही है। किसानों ने ग्रीष्मकालीन धान लगाया है। लेकिन खरीफ के रुपए ही नहीं मिलने से किसान ग्रीष्मकालीन धान को लेकर चिंतित है। कांग्रेस नेता नाना पटोले ने आरोप लगाया कि डीएबी खाद की कमी निर्माण हो गई है। किसानों को बीज, खाद नहीं मिल रही है। महायुति सरकार ने बोनस देने की परंपरा बंद कर दी है।

वैनगंगा को प्रदूषित होने से नहीं रोक पायी सरकार

नाग नदी व कन्हान नदी का अशुद्ध जल वैनगंगा नदी में जमा होता है। इससे गंभीर बीमारियों का खतरा बना हुआ है। वर्तमान अशुद्ध पानी से होने वाले जीबीएस नामक बीमारी का खतरा बना हुआ है। पटोले ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने वर्ष 2016 में ही वैनगंगा नदी का पानी अशुद्ध होने से बचाने के लिए नाग व कन्हान नदी पर फिल्टर लगाने का दावा किया था। लेकिन दोनों नदियों के पानी से वैनगंगा नदी पूरी तरह से दूषित हह गई है। जिससे नागरिकों को गंभीर बीमारियों का खतरा निर्माण हुआ है।

लोगों की भावनाओं के साथ कुछ नेता कर रहे खिलवाड़

नाना पटोले ने सांसद प्रफुल पटेल का बिना नाम लिए उन पर अनेक आरोप लगाए। पटोले ने कहा कि चुनाव के पहले गोंदिया के एक नेता ने भिलेवाड़ा में वीडियोकॉन कंपनी लाने का दावा कर हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था। लेकिन वीडियोकॉन कंपनी नहीं आयी। अब वहां पर विंडवेल कंपनी शुरू की गई है। इससे कितने लोगों को काम मिलेगा इसे लेकर भी संदेह है। भेल कंपनी भी शुरू नहीं हो सकी। पटोले ने आरोप लगाया कि कुछ नेता चुनाव के सामने भंडारा व गोंदिया जिले के लोगों की भावनाओं के साथ खेलते हैं।

Created On :   15 Feb 2025 3:42 PM IST

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