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Bhandara News: भंडारा जिले में मनोधैर्य योजना से एक वर्ष में 16 पीड़ितों को मिली सहायता
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- पांच वर्ष में 194 प्रकरण हुए मंजूर
- वर्ष भर में कुल 60 प्रकरण आए
Bhandara News पीड़ित महिला, लड़कियां, बालकों को सहायता देकर आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए मनोधैर्य योजना चलायी जाती है। भंडारा जिले में 2018 से 2024 तक कुल 194 पीड़ितों को मनोधैर्य योजना का लाभ मिला है। दिसंबर 2024 से जनवरी 2025 तक वर्ष भर में कुल 60 प्रकरण आए थे। इसमें से 16 प्रकरण मंजूर किए गए। जबकि बाकी प्रकरण नियमों के अनुसार पात्र नहीं होने से रद्द किए गए। 16 पीड़ितों को पहले चरण में 30 हजार रुपयों की आर्थिक सहायता दी गई। समुपदेशन, वैद्यकीय एवं कानून सहायता का लाभ दिया गया।
पीड़ितों के पुनर्वसन के लिए 2013 में मनोर्धैर्य योजना शुरू की थी। लैंगिक अत्याचार, बलात्कार, अत्याचार, एसिड हमले के पीड़ितों को मनोधैर्य योनजा के माध्यम से आर्थिक लाभ दिया जाता है। पहले योजना महिला बालविकास अधिकारी कार्यालय के माध्यम से चलायी जाती थी। वर्ष 2018 से यह योजना राज्य विधि सेवा प्राधिकरण के माध्यम से चलायी जाती है। इस योनजा का सुधारित मनोधैर्य योनजा कहा जाता है। सुधारित मनोधैर्य योजना के अनुसार बलात्कार के अपराध में विविध धाराओं, बालकों के लैंगिक अत्याचार, एसिड हमला, अनैतिक व्यापार प्रतिबंधक अधिनियम अनुसार पुलिस द्वारा हिरासत में लिए 18 वर्ष से कम आयु के लड़कियों को इसका लाभ दिया जाता है। पीड़ित द्वारा आवेदन करने के सात दिनों के भीतर 30 हजार रुपए की राशि दी जाती है।
बाकी राशि 120 दिनों के अंदर दी जाती है। इस योजना के लिए जिला विधि सेवा प्राधिकरण के माध्यम से आवेदन किया जाता है। अर्थसहायता मंजूरी के बाद संपूर्ण राशि देने का अधिकारी विधि सेवा प्राधिकरण को है। दौरान मुल्यमापन का काम महिला व बाल विकास विभाग द्वारा किया जाता है। महिला – बालकों पर उत्याचार के मामलों में कड़ी सजा के प्रावधान है। इसी के साथ पीड़ितों को शारीरिक व मानसिक तनाव से बाहर निकारने के लिए प्रयास करने, अर्थसहायता देने, समुपदेशन, निवास, वैद्यकीय व कानून सहायता, उपचार सेवा उपलब्ध करने आवश्यक होता है। महिला, बालकों के साथ अत्याचार होने पर उन्हे साहयात के लिए शासन ने मनोधैर्य योजना शुरू की है।
144 बाल यौन शोषण के प्रकरण : यौन शोषण में बाल लैंगिक शोषण के मामले अधिक है। वर्ष 2018 से 2024 इस काल में सर्वाधिक प्रकरण बाल लैंगिक शोषण के है। इसमें वर्ष 2019 में 20 मामले, 2019 में 21, 2020 में 35, 2021 में 26 मामले, 2022 में 13, 2023 में नौ, 2024 में दस ऐसे कुल 144 मामले सामने आए। महिला अत्याचार के कुल 50 प्रकरण घटित हुए।
Created On :   20 Feb 2025 12:36 PM IST