अवसर: बीड के पुरोहित ज्योतकर अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा विधि में सहभागी हुए

बीड के पुरोहित ज्योतकर अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा विधि में सहभागी हुए
  • प्रधानमंत्री सहित गणमान्यों के हाथों से श्रीराम प्रतिमा की प्राणप्रतिष्ठा की विधि व पूजा अर्चना करवाई
  • टीवी पर बेटे को देख गद-गद हुए माता-पिता
  • बीड में की कालेज तक पढ़ाई

डिजिटल डेस्क, बीड। अयोध्या में रामलला की मूर्ति स्थापित करने का समारोह सोमवार को हुआ इस मौके पर पूरा देश राममय हो गया । बीड जिले में 'प्रभु रामचन्द्र की जय' से माहौल भक्तिमय हो गया । बीड जिले का गौरव बढ़ाने वाली बात यह है कि अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्रतिमा के मुख्य पुरोहितों का सौभाग्य जिले को मिला है।

मूल रूप से पुरोहित गजानन ज्योतकर (निवासी कलसंबर तहसील बीड) पिछले कई सालों से बीड शहर में रह रहे हैं । । पुरोहित गजानन ज्योतकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सभी के हाथो से श्री राम भगवान की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की विधि व पूजा अर्चना करवाई । पिता दिलीप ज्योतकर पुरोहित हैं और मां कावेरीबाई गृहिणी हैं।

भाई दीपक की बीड में दुकान है और उनकी शादीशुदा बहन गीता है। गांव में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के बाद गजानन ज्योतकर ने यहीं के सावरकर कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने धुले के श्री राम वेद विद्यालय में पढ़ाई की। ढालेगांव (जिला परभणी) के इस संस्था के प्रबंधक कमलाकर पाठक ने कहा कि उन्होंने वेद संहिता की शिक्षा आलंदी (जिला पुणे) के सद्गुरु निजानंद महाराज विद्यालय में पूरी की। अयोध्या में मंदिर निर्माण से लेकर मूर्तियों का निर्माण, स्थापना तिथि का निर्धारण आदि कार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित ने ही किया है। उनका कहना है कि पुरोहित गजानन ज्योतकर को यह सम्मान इसलिए मिला क्योंकि वह उनके छात्र थे। फिलहाल वह बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में पीएचडी कर रहे हैं। उनके भाई दीपक ज्योतकर ने उक्त जानकारी दी।

परिवार के लिए बहुत खुशी की बात है

पिछले कुछ सालों से वाराणसी में रहे गजानन ज्योतकर दिवाली पर अपने परिवार से मिलने आए थे। उन्होंने यह विचार दिया था कि वह अयोध्या में समारोह में भाग लेंगे। उन्होंने भाई दीपक को भी अयोध्या आने का निमंत्रण दिया था। आज टेलीविजन पर गजानन ज्योतकर को देखकर परिवार गद-गद हो गया। भाई दीपक ज्योतकर ने कहा कि गजानन मंदिर की नींव रखने, मूर्तियां बनाने, होम- हवन आदि विभिन्न अनुष्ठान करने में शामिल थे। हालांकि, उन्होंने सुरक्षा कारणों से कुछ नहीं कहा।

Created On :   23 Jan 2024 8:13 PM IST

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