उत्सव: घर-घर हुई महालक्ष्मी की पूजा, प्रसाद का लगाया भोग

घर-घर हुई महालक्ष्मी की पूजा, प्रसाद का लगाया भोग
  • महालक्ष्मी की पूजा
  • भक्तों में दिखा उत्साह
  • महालक्ष्मी का महत्व

डिजिटल डेस्क, बीड. महाराष्ट्र में महालक्ष्मी पूजन खास महत्व रखता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि यानि 22 सितंबर दिन शुक्रवार से प्रारंभ हो चुका है और आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को महालक्ष्मी व्रत का समापन हो रहा है। तीन दिन तक चलनेवाला महालक्ष्मी का पर्व हर्षोउल्लास से मनाया गया।

सुबह से श्रद्धालुओं ने महालक्ष्मी की प्रतिमा के सामने रांगोली सजायी। विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए गए। रात के छह बजे पूजा की अर्चना कर आट्टे से बने 32 दीप जलाए गए।शनिवार के दिन महालक्ष्मी को विदाई दी जाएगी।

महालक्ष्मी का महत्व

महलक्ष्मी व्रत कुल 16 दिनों तक रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन विशेष रूप से मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। जिससे सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है और व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की सदैव कृपा बनी रहती है। राज्य के कई हिस्सों में इस त्यौगार को धूमधाम से मनाते हैं।

Created On :   22 Sept 2023 3:41 PM GMT

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