बीड: विधायक प्रकाश सोलंके के रत्नसुंदर मेमोरियल अस्पताल का लाइसेंस रद्द

विधायक प्रकाश सोलंके के रत्नसुंदर मेमोरियल अस्पताल का लाइसेंस रद्द
  • 100 बिस्तरों वाले अस्पताल का लाइसेंस तब, जब अस्पताल अस्तित्व में था ही नहीं
  • रत्नसुंदर मेमोरियल अस्पताल का लाइसेंस रद्द
  • विधायक प्रकाश सोलंके का रत्नसुंदर मेमोरियल अस्पताल

डिजिटल डेस्क, बीड। विधायक प्रकाश सोलंके की पत्नी की अध्यक्षता में माजलगांव विकास प्रतिष्ठान पुणे के माध्यम बाईपास रोड पर रत्नसुंदर मेमोरियल अस्पताल बनाया गया। जिसका लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। अस्पताल को 2021 में 100 बिस्तरों के साथ संचालित करने का लाइसेंस दिया गया था। पत्रकार सुभाष नकलगाकर ने जिला अस्पताल के जिला चिकीत्सक डॉ. अशोक बड़े से शिकायत की थी कि यहां कोई अस्पताल नहीं है। चूंकि उनके द्वारा की गई पूछताछ से अस्पताल का अस्तित्व ही नहीं था। विधायक प्रकाश सोलंके को इससे बड़ा झटका लगा है, क्योंकि माजलगांव डेवलपमेंट फाउंडेशन को रत्नसुंदर मेमोरियल अस्पताल का लाइसेंस स्थायी रूप से रद्द करने का आदेश दिया गया है।

आरोप है कि विधायक प्रकाश सोलंके ने अपने संगठन को चलाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करते हुए स्वयं के संगठन और अपने परिवार के सदस्यों के संगठन में अवैध अनियमितताएं कीं। इसके अलावा उनकी पत्नी मंगलबाई प्रकाश सोलंके के माध्यम से अध्यक्ष के रूप में प्रतिष्ठान में एक भवन का निर्माण कराया था। माजलगांव शहर के सर्वे क्रमांक 372 के विवादित क्षेत्र में रत्नसुंदर मेमोरियल हॉस्पिटल का निर्माण कराया गया। जबकि इमारत का निर्माण भी विवादास्पद था। जबकि इस अस्पताल भवन के लिए मजलगांव नगर पालिका का भवन परमिट 6/1/2023 को जारी किया गया था, इस स्थान पर 100 बिस्तरों वाला अस्पताल खोला गया था, और जिले से बॉम्बे नर्सिंग अधिनियम के अनुसार लाइसेंस 21/6/2021 को दिया गया था। विकास प्रतिष्ठान की इमारत का निर्माण फिलहाल पूरा नहीं हुआ। आरोप है कि फर्जी लाइसेंस हासिल कर लिया है।

जिलाशल्य चिकित्सक डॉ अशोक बडे ने बताया कि इस मामले में शिकायत मिली थी। जिसके बाद जब मौके पर पहुंचकर जायजा लिया गया तो खामियां मिलने पर रत्नसुंदर मेमोरियल अस्पताल का लाइसेंस स्थायी रूप से रद्द कर दिया गया।

शिकायतकर्ता सुभाष नाकलगांवकर के मुताबिक रत्नसुंदर मेमोरियल अस्पताल को लेकर स्वास्थ्य विभाग से शिकायत की गई थी। 2021 को अस्पताल का लाइसेंस दिया गया था।लेकिन अस्पताल के निर्माण कार्य की अनुमति नगर निगम से साल 2023 में मिली। मामला दबाने की कोशिश की गई, और अंत में अस्पताल का लाइसेंस रद्द किया गया।



Created On :   1 Dec 2023 9:41 PM IST

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