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Beed News: न्याय की मांग - धनंजय देशमुख का पानी की टंकी पर चढ़कर आंदोलन, जरांगे ने मनाया
- धनंजय देशमुख का पानी की टंकी पर चढ़कर आंदोलन
- दो घंटे की मिन्नत के बाद धनंजय देशमुख पानी की टंकी से नीचे उतरे
- वाल्मीक कराड पर मकोका तहत कार्रवाई करें
- मस्साजोग सरपंच हत्याकांड मामला
Beed News. जिले से केज तहसील के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख ने अपनी मांगो को लेकर पानी के टंकी पर चढ़कर आंदोलन किया। दो घंटे बाद मनोज जरांगे व पुलिस अधीक्षक नवनीत कावंत के आश्वासन पर वे आंदोलन छोड़कर पानी की टंकी से नीचे उतरे। जानकारी के अनुसार सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के 35 दिन बाद भी एक आरोपी फरार है। इस मामले से जुड़े जबरन वसूली मामले में आरोपी वाल्मीक कराड को छोड़कर शेष आरोपियों के खिलाफ मकोका अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। वाल्मीक कराड के खिलाफ मकोका के तहत अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं दर्ज है? यह सवाल उठाते हुए संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख ने पुलिस जांच पर अपनी नाराजगी जाहिर की। साथ ही चेतावनी दी थी कि वह मोबाइल टावर पर चढ़कर अपनी जान देंगे। इसके चलते मस्साजोग में दोनों मोबाइल टावरों के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया। हालांकि, धनंजय देशमुख पुलिस को चकमा देकर गांव की पानी की टंकी तक पहुंच गए। धनंजय देशमुख ने पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन शुरू किया। मराठा प्रदर्शनकारी मनोज जरांगे और बीड के पुलिस अधीक्षक नवनीत कांवत के अनुरोध पर वह दो घंटे बाद आंदोलन छोडकर पानी की टंकी से नीचे उतरे।
सरपंच की बेटी भी पानी टंकी पर चढ़े
धनंजय देशमुख ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन शुरू किया। पुलिस व मराठा प्रदर्शनकारी मनोज जरांगे के साथ धनंजय देशमुख से प्रदर्शन वापस लेने का अनुरोध कर रही थी। दूसरी ओर धनंजय देशमुख के पीछे-पीछे सरपंच संतोष देशमुख की बेटी वैभवी भी पानी की टंकी पर चढ़ गई। मस्साजोग के ग्रामीण भी आक्रामक हो गए थे।
फायर ब्रिगेड के गाड़ियां भी तैनात
पुलिस भी पानी की टंकी पर जाने की तैयारी कर रही थी। धनंजय देशमुख के सहयोगियों ने पानी टंकी से सीढ़ी हटा दी। इसलिए पुलिस के पास असहाय होकर नीचे खड़े रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। पानी की टंकी के नीचे फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी बुलाई गई। मनोज जरांगे ने धनंजय देशमुख से 4 से 5 बार फोन पर संपर्क किया था। पुलिस अधीक्षक नवनीत कांवत ने भी धनंजय देशमुख से फोन पर बात की।
दो घंटे की मिन्नत के बाद धनंजय देशमुख ने आंदोलन छोड़ा
मनोज जरांगे और नवनीत कांवत की दो घंटे की अपील के बाद धनंजय देशमुख पानी की टंकी से नीचे उतरे। जैसे ही धनंजय देशमुख नीचे आए, उन्होंने मनोज जरांगे को गले लगाया और चुप्पी तोड़ी। इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए धनंजय देशमुख ने कहा कि जिन लोगों ने साजिश के तहत मेरे भाई की हत्या की है। उन्हें मृत्युदंड दिया जाए।
Created On :   13 Jan 2025 6:02 PM IST