खेती-किसानी: किसानों को कृषि एवं उन्नत तकनीक से अवगत कराने विदेश की सैर कराएगा कृषि विभाग

किसानों को कृषि एवं उन्नत तकनीक से अवगत कराने विदेश की सैर कराएगा कृषि विभाग
  • राज्य के किसानों को विभिन्न उन्नत देशों की कृषि तकनीक समझाने की योजना
  • खेतों और संस्थानों का होगा दौरा
  • उत्पादन बढ़ाने किसानों के साथ होगी चर्चा

डिजिटल डेस्क, अमरावती। राज्य के किसानों को विभिन्न उन्नत देशों की विकसित कृषि एवं उन्नत तकनीक से अवगत कराने के लिए कृषि विभाग के माध्यम से किसानों की विदेश यात्रा और अध्ययन दौरा कराया। इसके लिए किसानों से आवेदन करने का आह्वान जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी राहुल सातपुते ने किया है। इच्छुक किसान विदेश अध्ययन दौरे में भाग लेने के लिए संबंधित तहसील कृषि अधिकारी या जिला अधीक्षक कृषि कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

सातपुते ने बताया कि इसका उद्देश्य न केवल राज्य में किसानों की उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाना है, बल्कि उत्पादित कृषि उपज की गुणवत्ता में सुधार के लिए किसानों को नई तकनीक का उपयोग करना भी जरूरी है। कृषि में समय-समय पर होने वाले बदलावों के साथ किसानों तक तकनीक पहुंचाना जरूरी रहने को ध्यान में रखते हुए यह पहल की जा रही है। इसी उद्देश्य से राज्य प्रायोजित योजना के तहत किसानों के लिए विदेश में अध्ययन यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरे में विभिन्न देशों द्वारा विकसित कृषि प्रौद्योगिकियों, वैज्ञानिकों, विभिन्न देशों के विकसित किसानों के साथ चर्चा, खेतों और संस्थानों का दौरा कराया जाएगा। किसान कम से कम 12वीं पास हो और आयु सीमा 25 से 60 वर्ष के बीच हो, साथ ही पासपोर्ट धारक होना चाहिए।

इन देशों का करेंगे दौरा : योजना के तहत जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, न्यूलैंड, नीदरलैंड, वियतनाम, मलेशिया, थाईलैंड, पेरू, ब्राजील, चिली, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, सिंगापुर आदि देशों का दौरा करेंगे।

अमरावती में जल्द ही होगा राज्यशास्त्र परिषद का राज्य स्तरीय अधिवेशन : अमरावती के अभियंता भवन में राज्यशास्त्र कनिष्ठ महाविद्यालय परिषद की बैठक का आयोजन किया। बैठक में अमरावती विभाग के पांचों जिले के विविध महाविद्यालय के प्राचार्य व राज्यशास्त्र विषय के प्राध्यापक मौजूद थे। बैठक में जल्द ही राज्यशास्त्र परिषद का राज्य स्तरीय अधिवेशन लेने का फैसला लिया गया।बैठक में मुख्य अतिथि के तौर पर संस्थापक अध्यक्ष प्रा. सुमित पवार, प्रा. संजीव वाहुरवाघ, डॉ. सुनील राठोड, प्रा. प्रमोद करमोरे, डॉ. आशीष निमकर, प्रा. मनोज जाधव व राज्य महिला प्रमुख बबिता पोटदुखे ने संबोधित किया। 11वीं और 12वीं के पढ़ाई में संविधान का समावेश किया जाएगा। ऐसी विविध मांगों पर चर्चा की। राज्यशास्त्र परिषद लोकशाही तरीके से व नियोजन तरीके से काम करनेवाली परिषद है। राज्यशास्त्र के हर मुद्दों पर चर्चा के लिए जल्द ही राज्यस्तरीय अधिवेशन तीन दिन का लिया जाएगा। अधिवेशन में 30 हजार से अधिक प्राध्यापक उपस्थित रहने की संभावना है। जिसकी तैयारी को लेकर बैठक में चर्चा की गई। इस समय संभाग के विविध कनिष्ठ महाविद्यालयों के प्राध्यापक बैठक में मौजूद थे।

Created On :   25 Jan 2024 3:45 PM IST

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