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अमरावती जेल में हुए धमाके का तीसरा आरोपी भी गिरफ्तार, 8 दिन पहले छूटा था जेल
- उसी ने बनाया था प्लान
- कॉटन मार्केट के पास की दुकान से खरीदे थे पटाखे
- पुलिस ने पटाखे के खाली खोके किए बरामद
डिजिटल डेस्क, अमरावती। जिला मध्यवर्ती जेल के भीतर शनिवार की रात धमाका किए जाने के मामले में रविवार को पुलिस ने जेल के पीछे दीवार से सटे हाईवे पर आतिशबाजी करने वाले रोहित काले और हर्षल शेरेकर को गिरफ्तार किया, लेकिन 8 दिन पहले जेल से छूटकर आए सुमित उर्फ मैगी मढावी द्वारा जेल में बंद पिंटू उर्फ प्रवीण बनसोडे का जन्मदिन मनाने का प्लान बनाया था। सोमवार को पुलिस ने सुमित मढावी को भी गिरफ्तार कर लिया है। 6 जुलाई की शाम कॉटन मार्केट स्थित मानकर पटाखा भंडार से खरीदे पटाखों को लेकर पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई है। रविवार की सुबह पुलिस व बीडीडीएस के दल ने जेल के चारों ओर का परिसर छान मारा। तब हाईवे से लगकर आसपास में पटाखे के खाली खोके बरामद हुए। पुलिस ने शहर में विविध पटाखों की दुकानों में जाकर जांच शुरू करने पर पता चला कि कॉटन मार्केट स्थित मिलिंद मानकर की दुकान से यह पटाखे खरीदे गए। सीसीटीवी कैमरों की जांच करने पर शनिवार 6 जुलाई को शाम सुमित काले स्वयं पटाखे खरीदी करते दिखाई देने से पुलिस आरोपी तक पहुंच पाई।
हाईवे पर ले जाकर दिखाया था बैरेक : जानकारी के अनुसार सुमीत मढावी पर कई संगीन मामले दर्ज हैं। पिछले कुछ महीनों से सुमित यह नादो हत्याकांड में गिरफ्तार पिंटू बनसोडे के साथ एक ही बैरेक में था। जो 8 दिन पहले ही जेल से बाहर आए सुमित ने रोहित को एक सप्ताह पहले हाईवे पर ले जाकर पिंटू बनसोडे कौनसे बैरेक में कैद है। उसकी दिशा दिखाकर 6 जुलाई को इसी जगह पर आतिशबाजी कर पिंटु का जन्मदिन मनाने का प्लान बनाया, लेकिन 6 जुलाई को सुमित का फोन बंद रहने से रोहित हर्षल शेरेकर को लेकर हाईवे पर पहुंचा व आतिशबाजी कर जन्मदिन मना रहे थे।
जेेल में इस कारण बढ़ रही भाइगिरी : बता दें कि अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में शहर के कई ऐसे हिस्ट्रीशीटर अभी भी कैद हंै। इसमें शहर के एमपीडीए आरोपियों का समावेश है। हालांकि राज्य के विविध महानगरों में एमपीडीए के आरोपियों को दूसरे जेल में स्थलांतरित किया जाता है, लेकिन अमरावती जेल से स्थानीय हिस्ट्रीशीटरों को दूसरी जेलों में नहीं भेजने के चलते जेल में भाईगिरी बढ़ती जा रही है। इसी कारण जेल में मोबाइल, गांजा तस्करी जैसे मामले सामने आते है। वहीं कई बार इसी तरह के बदमाश जब भी जेल से बाहर आते है तो उनके साथी आतिशबाजी कर जुलूस निकाल जश्न मनाते देखे गए है। जिसे लेकर आरोपी सेंट्रल जेल से छूटने वाले आरोपियों और उनके साथियों में नया ट्रेंड बना हुआ है।
Created On :   9 July 2024 6:43 PM IST