मेलघाट के सैकड़ों सुशिक्षित बेरोजगार बनेंगे शिक्षक

मेलघाट के सैकड़ों सुशिक्षित बेरोजगार बनेंगे शिक्षक
मेलघाट में जाने के लिए शिक्षक तैयार नहीं

डिजिटल डेस्क, अमरावती। जिले के आदिवासी बहुल मेलघाट में शिक्षकों की कमी कई वर्षों से खल रही है। जिले के आदिवासी क्षेत्र की निरक्षरता को दूर करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं। आदिवासी बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि निर्माण करने के उद्देश्य से उन्हें समय पर पौष्टिक आहार दिया जाता है लेकिन मेलघाट में जाने के लिए शिक्षक तैयार नहीं होते हैं। इससे शिक्षकों की कमी के चलते मेलघाट में अभी भी कई विद्यार्थी शिक्षा से वंचित रहते हैं। हाल ही में राज्य के शिक्षा विभाग ने पेसा क्षेत्र में शिक्षक भर्ती को अनुमति प्रदान की है। जानकारी के अनुसार सरकार ने अनुसूचित जनजाति पेसा क्षेत्र के शिक्षक पद भर्ती बाबत वित्त विभाग की अनुमति के अनुसार रिक्त पदों के 80 प्रतिशत रिक्त पद भरने को मान्यता प्रदान की है। जिसका लाभ आदिवासी बहुल मेलघाट में बी.एड. के साथ टीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके बेरोजगार युवाओं को मिल सकेगा। मेलघाट में वर्तमान स्थिति में बी.एड., बी.पी.एड तक शिक्षा ग्रहण कर चुके आदिवासी युवकों की संख्या 350 के करीब है। पिछले दिनों विधायक बच्चू कडू ने मेलघाट में बेरोजगार सम्मेलन आयोजित किया था। उस समय मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल ने स्थानीय सुशिक्षित बेरोजगारों की सूची बनाई थी। उसमें डी.एड. बी.एड. उत्तीर्ण कर चुके 350 बेरोजगार युवाओं ने पंजीयन किया था।

विशेष यह कि शिक्षा विभाग में पद भर्ती में नियुक्ति के बाद पहले चरण में शिक्षकों को मेलघाट में भेजा जाता है। जिले के अन्य क्षेत्र के शिक्षक वहां जाने के बाद शुरुआती दौर में उन्हें वहां के आदिवासियों की बोली भाषा को समझना एक चुनौती रहती है। पेसा क्षेत्र की पद भर्ती को अनुमति मिलने के बाद अब आदिवासी क्षेत्र का ही युवक यदि बतौर शिक्षक ड्यूटी करेगा तो वहां के बच्चों की आदिवासी कोरकू, गोंडी भाषा को आसानी से समझ लेगा और उनके लहेजे में इन विद्यार्थियों को पढ़ाने के बाद इसका लाभ विद्यार्थियों को होगा। शिक्षा आयुक्त के आदेश मिले है । राज्य के शिक्षा आयुक्त सूरज मांढरे के आदेश जिला परिषद के मुख्य कार्यपाल अधिकारी को मिले हैं। जिसके अनुसार मुख्य कार्यपालन अधिकारी 1 फरवरी 2023 के शासन निर्णय “परिशिष्ठ क’ के अनुसार पेसा क्षेत्र की शिक्षक पद भर्ती की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं। - बुध्दभूषण सोनोने, शिक्षाधिकारी

प्राथमिक कार्रवाई पूरी करने में कई मुश्किलें

राज्य सरकार ने पेसा क्षेत्र में शिक्षक पद भर्ती के आदेश दिए हैं किंतु मेलघाट में वर्तमान स्थिति में बिंदू नामावली प्रमाणित नहीं है और शासन के नए नियम के अनुसार आदिवासी क्षेत्र में वहां की जनसंख्या के अनुसार आरक्षण निश्चित किया जाता है। जहां 25 प्रतिशत जिस जाति के आदिवासी है, वहां 25 प्रतिशत उस जाति का आरक्षण है और 50 प्रतिशत जो बोली भाषा के आदिवासी है वहां उनकी बोली भाषा का 50 प्रतिशत आरक्षण है और 50 प्रतिशत से ज्यादा बोली भाषावाले क्षेत्र में संबंधित जनजाति का आरक्षण 100 प्रतिशत है। जिससे अब बिंदु नामावली को प्रमाणित कर नया रोस्टर बनाना होगा और उसे पिछड़ा वर्ग कक्ष उपायुक्त के पास मंजूरी के लिए भेजना होगा। बावजूद इसके मेलघाट में भले ही डीएड, बीएड शिक्षित बेरोजगार होंगे किंतु टीईटी उत्तीर्ण उम्मीदवार नहीं मिलेंगे। 2019 में राज्यपाल द्वारा दिए गए आदेश पर अमल हुआ तो संबंधित राजस्व विभाग की बोली भाषा जानने वाले आदिवासी युवक को बतौर शिक्षक नियुक्त किया जाना चाहिए। किन्तु यह नियम तब लागू होगा जब वहां टीईटी शिक्षित उम्मीदवार नहीं मिलेगा। इस कारण पेसा क्षेत्र की पद भर्ती में भी वर्तमान में काफी बाधाएं हैं।

Created On :   23 Aug 2023 2:40 PM IST

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