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खेल: अमरावती हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल में जुलाई से शुरू होगा सत्र
- राज्य सरकार की सारी औपचारिकताएं पूरी
- आदेश जारी होने से काम को गति मिली
- अगले 8-9 महीने में काम होगा पूरा
डिजिटल डेस्क अमरावती । हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के स्वतंत्र खेल विश्वविद्यालय में सत्र जुलाई से शुरू हो सकता है। राज्य सरकार की सारी औपचारिकताएं पूरी होकर आदेश जारी होने से काम को गति मिली है। देश को अभी तक विभिन्न खेलों में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी देने वाले हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल में विद्यापीठ अनुदान आयोग की समिति द्वारा निरीक्षण दौरा किया जाएगा। समिति द्वारा किए जाने वाले दौरे के बाद स्वतंत्र खेल विद्यापीठ का कार्य गति पकड़ने की संभावना जताई जा रही है। अगले 8-9 महीने में यह काम पूरा होने की संभावना जताई जा रही है। संस्था के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, सचिव डॉ. माधुरी चेंडके के मार्गदर्शन में खेल विद्यापीठ को लेकर जरूरी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। इसके लिए जरूरी प्रस्ताव भी तैयार किया गया है। केन्द्रीय खेल मंत्रालय स्तर पर गतिविधियां तथा औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
यूजीसी कमेटी का दौरा : विद्यापीठ के लिए जरूरी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की संबंधित समिति द्वारा संस्था का दौरा कर कामकाज , उपलब्ध कराई जाने वाली व्यवस्था और सुविधाओं का निरीक्षण किया जाएगा। इसके बाद खेल विश्वविद्यालय के गठन की प्रक्रिया भी गति पकड़ने की जानकारी मिली है।
मंजूरी मिल गई है : संस्था के खेल विश्वविद्यालय को राज्य सरकार से पूरी मंजूरी मिल गई है। इस बारे में महाराष्ट्र खेल मंत्रालय से आदेश जारी हो गया है। यूजीसी की कमेटी के निरीक्षण के बाद प्रक्रिया फाइनल होगी। जून-जुलाई से सत्र शुरू हो सकता है। संस्था के कार्य, पारदर्शिता को देखते हुए सभी का सकारात्मक सहयोग मिल रहा है। यूजीसी कमेटी ऑनलाइन निरीक्षण भी कर सकती है। - डॉ. माधुरी चेंडके, सचिव, हव्याप्रमं, अमरावती.
संस्था की 114 एकड़ जमीन इस विश्वविद्यालय के लिए संस्था के पास स्वयं की 114 एकड़ जमीन है। इसी पर यह विश्वविद्यालय साकार होगा। इसी साल जुलाई से सत्र शुरू करने की िदशा में तैयारियां शुरू की गई थीं, लेकिन लोकसभा चुनाव की घोषणा और उसके लिए जारी आचार संहिता के कारण प्रशासनिक प्रक्रिया वाले काम को िवलंब लगने से इसमें देरी हो रही है। आगामी दिनों में भी राज्य विधानसभा तथा बाद में स्थानीय निकायों के चुनाव के कारण कुछ महीने का समय लग सकता है। सूत्र बताते हैं कि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले सत्र से यह विद्यापीठ कार्यरत हो सकता है। इस दिशा में संस्था पदाधिकारियों का प्रयास है।
Created On :   13 Jun 2024 4:53 PM IST