पर्दाफाश: नायब तहसीलदार के पुराने ड्राइवर ने ही रची थी साजिश, वरुड़ से खरीदा था देसी कट्‌टा

नायब तहसीलदार के पुराने ड्राइवर ने ही रची थी साजिश, वरुड़ से खरीदा था देसी कट्‌टा
  • सर्वेयर बनकर घुसे थे घर में
  • काम करने वालों से पूछताछ में हुआ संदेह
  • पुलिस ने दो दिन में सुलझाई गुत्थी

डिजिटल डेस्क, अमरावती। जनगणना सर्वे के नाम पर गाडगेनगर थाना क्षेत्र के राठी नगर निवासी नायब तहसीलदार प्रशांत अडसुले के घर पर महिला को बंधक बनाकर 5 लाख के गहने लूटने वाले आरोपी पकड़ गए। मामले में नायब तहसीलदार का पुराना ड्राइवर दीपक इंगोले भी शामिल निकला। आरोपियों ने मध्यप्रदेश से देसी कट्टा खरीदी कर एमपी के मध्यप्रदेश के आरोपियों का सहयोग लिया था।

अपराध शाखा पुलिस ने दो दिनों में मामले की गुत्थी सुलझाकर मुख्य आरोपी दीपक रमेश इंगोले (40, चपराशीपुरा), उमेश उत्तमराव गवई (35, चांदुर बाजार), विनोद छोटेलाल सोनेकर (37, छिंदवाडा), पंकज रामप्रसाद यादव (34, भानखेडा), मयूर मनोहर राऊत (36, अकोला), महेंद्र विठोबा निरवाडे (40, वरुड) को गिरफ्तार कर लिया है। यह जानकारी पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने पुलिस आयुक्तालय में दी।

दीपक और विनोद घुसे थे घर में : बुधवार की सुबह 11 बजे दीपक इंगोले और विनोद सोनेकर नायब तहसीलदार के घर में घुसे थे। जयश्री अडसुले के हाथ-पैर बांधकर 80 ग्राम के जेवरात और नकद चोरी कर मौके से फरार हो गए थे। लेकिन वारदात के समय में उमेश गवई घर के सामने स्थित बगीचे में ही खड़ा था। जिसने आरोपियों को हथियार पहुंचाए और घर के आसपास की गतिविधि पर नजर रख दीपक और विनोद को जानकारी दे रहा था।

दो महीने पहले रची साजिश : मुख्य आरोपी दीपक इंगोले बताया गया है। जो नायब तहसीलदार प्रशांत अडसुले के घर पर कुछ महीने पहले कार चालक के तौर पर काम करता था। रुपए के मामूली विवाद को लेकर उसे काम से निकाल दिया था। दीपक को प्रशांत अडसुले के घर की सारी जानकारी थी। दीपक ने साथियों के साथ मिलकर दो महीना पहले ही वारदात को अंजाम देने की साजिश रची थी। जबकि घर में घुसे दो व्यक्तियों में स्वयं दीपक भी शामिल था। चाकू और बंदूक देख जयश्री अडसुले इतनी डर गई थी कि दीपक की आवाज को पहचान नहीं पाई।

100 से अधिक सीसीटीवी की हुई जांच : पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने बताया कि लूटपाट का मामला सामने आते ही अपराध शाखा के चार, डीबी के चार कुल 8 पथक मामले की जांच करने में जुटे थे। आसपास परिसर के अलावा शहर के 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की। जिसमें कई सीसीटीवी में आरोपी दिखाई दिए । तहसीलदार के घर को ही टारगेट करने को लेकर जब पुराने काम करनेवाले कर्मियों की सूची तैयार की तो पुलिस को दीपक पर संदेह हुआ।

कट्टा और सोना खरीदी-बिक्री करनेवाले भी पकड़े : वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने वरुड़ निवासी महेंद्र निरवाडे से देसी कट्टा खरीदा था। घर से चुराए 80 ग्राम के जेवरात को भानखेड़ा निवासी पंकज यादव ने अकोला जाकर मयूर राऊत को जेवरात बेचे। मामले में देसी कट्टा व सोना खरीदी-बिक्री करनेवाले पंकज यादव, मयूर राऊत, महेंद्र निरवाडे को भी गिरफ्तार कर लिया है। आराेपियों के पास से 6 मोबाइल, 80 ग्राम के जेवरात, एक चाकू और देसी कट्टा जब्त कर लिया है।

Created On :   3 Feb 2024 6:28 PM IST

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