घपलेबाजी: कोयला खरीदी में बंद बैंक खाते के चेक से 80.96 लाख की ठगी , 5 लोगों पर मामला दर्ज

कोयला खरीदी में बंद बैंक खाते के चेक से 80.96 लाख की ठगी , 5 लोगों पर मामला दर्ज
  • 2022 से खरीदी किए गए कोयले के ढाई साल से रुपए नहीं दिए थे
  • रुपए की मांग की तो आरोपियों ने बंद बैंक खाते का चेक थमा दिया
  • कोतवाली थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई

डिजिटल डेस्क, अमरावती। बुलढाणा के मलकापुर स्थित प्रोटिंस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तेल उत्पादन के लिए कारखाने में लगने वाला कोयला अमरावती निवासी अग्रवाल कोल रिसोर्सेस कंपनी के मालिक मुकेश रामदेव अग्रवाल से खरीदी गया। वर्ष 2022 से खरीदी किए गए कोयला की कीमत 80 लाख 96 हजार रुपए हो चुकी थी। मुकेश अग्रवाल ने जब कंपनी के मैनेजर और मालिक से रुपए की मांग की तो आरोपियों ने बंद बैंक खाते का चेक थमा दिया। लाखों रुपए का कोयला खरीदने के बाद भी ढाई साल से रुपए न देने से मुकेश अग्रवाल ने सोमवार की रात कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी प्रशांत राजेंद्र वाघ, शिवम संजय शिंगारे, अनुज मनोहर शिंगारे, प्रमोद नरहरराव जाधव व अन्य एक आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।

जानकारी के अनुसार कोतवाली के जाफर जीन प्लॉट निवासी मुकेश रामदेव अग्रवाल की अग्रवाल कोल रिसोर्सेस एलएलपी नामक कोयला कंपनी है। जो राज्य के विविध कारखानों को लगने वाले काेयला आपूर्ति का काम करते है। इसी तरह 2022 में बुलढाणा के मलकापुर स्थित शुध्द तेल पोल्ट्री फिल्ड उत्पादक कारखाने के लिए शिवम शिंगारे और अनूप शिंगारे ने मुकेश अग्रवाल से संपर्क कर कोयला मांगा। जिसके बाद अग्रवाल ने वणी, चंद्रपुर और नागपुर के गोदाम से कोयला कंपनी में पहुंचना शुरू किया। लेकिन दो साल तक कोयला खरीदी के रुपए न मिलने से मुकेश अग्रवाल ने कंपनी से ई-मेल द्वारा संपर्क कर रुपए की मांग की। कुछ दिनों तक रुपए देने से अनाकानी करने के चलते फिर पत्र व्यवहार कर ढाई साल तक खरीदी किया। कोयला की कीमत 80 लाख 96 हजार रुपए मांगे। तब आरोपियों ने एचडीएफसी बैंक का 80 लाख 96 हजार का चेक दिया। लेकिन मुकेश अग्रवाल द्वारा बैंक में चेक डालने के बाद पता चला कि संबंधित बैंक खाता कई दिनों से बंद पड़ा है।

25 हजार की घूस लेते वरिष्ठ लिपिक दिलीप वंजारे को दबोचा : कृषि विभाग कार्यालय में शिकायतकर्ता की पत्नी कृषि सहायक के तौर पर कार्यरत है। महिला कर्मचारी पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई का प्रस्ताव विभागीय कृषि कार्यालय में लंबित है। निलंबन की कार्रवाई न करने के लिए वरिष्ठ लिपिक दिलीप वंजारे ने शिकायतकर्ता से 1 लाख रुपए की मांग की थी। लेकिन सोमवार की शाम समझौता कर 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते एंटी करप्शन ब्यूरो ने दिलीप वंजारे को रंगेहाथ दबोचा। वरिष्ठ लिपिक दिलीप वंजारे के खिलाफ गाडगे नगर थाने में मामला दर्ज कर लिया है।

Created On :   10 July 2024 10:06 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story