नुकसान: अमरावती के 10 दिन में 29 गांवों में बारिश का कहर, 739 हेक्टेयर की फसल चौपट

अमरावती के 10 दिन में 29 गांवों में बारिश का कहर, 739 हेक्टेयर की फसल चौपट
  • दो लोगों और 13 जानवरों की मौत
  • भारी बारिश से 55 मकान हुए क्षतिग्रस्त
  • सोयाबीन, तुअर, कपास, मका व जवार बहा

डिजिटल डेस्क, अमरावती । दस दिनों से अमरावती जिले में कई जगह मूसलाधार तो कुछ तहसील में अतिवृष्टि हुई है। जिला प्रशासन की ओर से जुलाई माह के पिछले दस दिनों में बारिश से हुए नुकसान का पंचनामा किया। इन दस दिनों में जिले के दर्यापुर, धामणगांव, धारणी, चांदूर बाजार, चिखलदरा और मोर्शी तहसील के 29 गांवों में 739 हेक्टेयर की फसलांे का नुकसान हुआ। जबकि 11 तहसीलों के 31 गांवों में 55 मकान मामूली क्षतिग्रस्त हुए और सात मकान पूरी तरह ढह गए हैं। इस बारिश में 13 छोटे और एक बड़ेे इस तरह 14 जानवरों की मौत हुई हैं। पिछले एक सप्ताह से जिले में बारिश की शुरुआत हुई। कुछ जगह सामान्य तो कुछ जगह अतिवृष्टि भी हुई।

जिलाधिकारी कार्यालय के आपदा निवारण कक्ष के अनुसार 1 जून से 21 जुलाई तक जिले में 26 मंडलों में अतिवृष्टि दर्ज की है। वहीं इस दौरान लालखड़ी में परवेज खान नामक 12 वर्षीय बालक व 20 जुलाई को ब्राह्मणवाड़ा भगत अशोक रहाटे नामक वृद्ध की बाढ़ में बह जाने से मौत हुई। अमरावती तहसील में दस छोटे जानवरोंं की मौत हुई। चांदूर रेलवे में एक गौवंश की मौत हुई और अचलपुर तहसील में तीन छोटे जानवरों की मौत हुईं। अमरावती तहसील के चार गांवों में 13 मकान मामूली व चार मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए। इसी तरह चांदुर रेलवे, धारणी, धामणगांव रेलवे, अंजनगांव, दर्यापुर, चिखलदरा, चांदुर बाजार, भातकुली, वरुड़ व अचलपुर तहसील के 31 गांवों में 55 मकान मामूली व सात मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए।

दर्यापुर में सर्वाधिक नुकसान : दर्यापुर तहसील के चार गांवों की 355 हेक्टेयर खेत जमीन पानी में रहने से सोयाबीन, तुअर, कपास, मका व जवारी आदि फसलों का नुकसान हुआ है। धामणगांंव रेलवे के तीन गांवों में 98 हेक्टेयर की खेती में साेयाबीन, कपास व तुअर की फसल का नुकसान हुआ है। धारणी तहसील के एक गांव में 80 हेक्टेयर मका फसल खराब हुई। चांदूर बाजार तहसील के 14 गांव की 110 हेक्टेयर पर सोयाबीन, कपास व तुअर का नुकसान हुआ। चिखलदरा तहसील की तीन गांवों में 12 हेक्टेयर 10 आर खेत जमीन पर जवारी, मूंगफली, तुअर व मका की फसल का नुकसान हुआ। वहीं मोर्शी तहसील के चार गांवों में 84 हेक्टेयर पर सोयाबीन, कपास व तुअर का नुकसान हुआ।

Created On :   23 July 2024 7:12 AM GMT

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