फसल नुकसान: अतिवृष्टि से अमरावती संभाग में अब तक 18,457 हेक्टेयर की फसलें चौपट

अतिवृष्टि से अमरावती संभाग में अब तक 18,457 हेक्टेयर की फसलें चौपट
  • अतिवृष्टि के कारण बुलढाणा जिले में सर्वाधिक 11,163 हेक्टेयर की फसलें खराब
  • अमरावती जिले में 1279.46 हेक्टेयर की फसलें क्षतिग्रस्त
  • सोयाबीन व कपास को अधिक नुकसान

डिजिटल डेस्क, अमरावती । बारिश के दौरान आसमान फटने और अतिवृष्टि जैसी त्रासदी के कारण अमरावती संभाग में अब तक 18,457 हेक्टेयर की फसलें चौपट हो चुकी हैं। इनमें सर्वाधिक 11163 हेक्टेयर की खरीफ फसलें बुलाढाणा जिले में खराब हुई है। जिसमें सोयाबीन व कपास की फसल को अधिक नुकसान दर्ज किया गया है। कृषि सहसंचालक कार्यालय की ओर से राज्य सरकार को भेजी रिपोर्ट के अनुसार 14 जून से 30 जून के दौरान आसमान फटने से यवतमाल जिले में 42 गांव बाधित हुए। रालेगांव, नेर, बाभुलगांव और पुसद तहसील में कुल 1030.60 हेक्टेयर क्षेत्र में कपास, सोयाबीन, केला, संतरा-मौसंबी व सब्जियां चौपट हो गई। जिसमें से 10 हेक्टेयर खेत जमीन बह गई। 21 से 30 जून की अवधि में वाशिम जिले में 2 गांव बाधित होकर के मंगरुलपीर में 150 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल चौपट हो गई। जिसके बाद 7 जुलाई से 21 जुलाई के दौरान अतिवृष्टि के कारण बुलडाना जिला में 138 गांव बाधित होकर खामगांव व शेगांव तहसील में 11163. 00 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन, तुअर व कपास की फसल खराब हो गई।

अकोला जिले में 15 48 गांव बाधित होकर अकोला, बार्शिटाकली व मूर्तिजापुर तहसील में 15 से 17 जुलाई के दौरान नैसर्गीक आपत्ति से 3142.30 हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें चौपट हो गई। वाशिम जले में 15 से 17 जुलाई के दौरान 705 हेक्टेयर क्षेत्र में वाशिम तहसील की सोयाबीन, तुअर व कपास की फसल खराब हो गई। अमरावती जिले में 8 से 19 जुलाई के दौरान 48 गांव बाधित होकर अमरावती, धामणगांव रेलवे, अचलपुर, चिखलदरा व दर्यापुर तहसील में 803.46 हेक्टेयर क्षेत्र की सोयाबीन, तुअर, कपास व ज्वार की फसलें खराब हो गईं। यवतमाल जिले में 15 से 21 जुलाई के दौरान 58 गांव बाधित होकर दारव्हा, उमरखेड़, महागांव, वणी, नेर, मारेगांव, आर्णी व कलंब तहसील में 953.10 हेक्टेयर क्षेत्र की सोयाबीन, तुअर व सब्जियां चौपट हो गई। इसी तरह 22 से 25 जुलाई के दौरान अमरावती जिले में 4 गांव बाधित होकर चांदूर रेलवे व चिखलदरा तहसील में 46 हेक्टेयर क्षेत्र की सोयाबीन, तुअर, कपास व मका की फसलें चौपट हो गईं। इस तरह अमरावती जिले में जून व जुलाई महीने में कुल 1279.46 हेक्टेयर की फसलें शिकार हो चुकी हैं।

फिनले मिल शुरू करने का श्रेय लेने खींचतान : अचलपुर की फिनले मिल दोबारा शुरू किये जाने को लेकर दो विधायकों बच्चू कडू व रवि राणा के बीच चल रही श्रेय की लड़ाई में अब भाजपा के तुषार भारतीय व संकल्प शेतकरी संगठन के नितीन कदम भी कूद पड़े हैं। कदम व भारतीय ने बडनेरा में वर्षों से बंद पड़ी विजय मिल और गोपाल नगर की सूतगिरणी शुरू करने को लेकर विधायक रवि राणा को ललकाराने से राजनीतिक गरमा दी है।


Created On :   7 Aug 2024 7:01 AM GMT

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