ठगी का मामला: मानवाधिकार आयोग का अधिकारी बताकर 15 लाख की जालसाजी, 2 आरोपी गिरफ्तार

मानवाधिकार आयोग का अधिकारी बताकर 15 लाख की जालसाजी, 2 आरोपी गिरफ्तार
  • आवादा कंपनी ने सोलर प्रोजेक्ट लगाया था
  • पैसे नहीं दे रही थी, दिलाने के लिए पैसे लिए
  • दो आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क, अमरावती। दिल्ली स्थित अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद के पदाधिकारी बताते हुए चांदूर रेलवे के संजय बालकृष्ण ननोरे को 15 लाख रुपए से ठगने का मामला सामने आया है। इस मामले में चांदूर रेलवे पुलिस ने नकली पदाधिकारी अनिल बंसीराम राठोड़ व संदीप दादाराव राठोड़ को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार संजय उर्फ बालकृष्ण ननोरे का चांदूर रेलवे स्थित तुलजापुर परिसर में खेत है। उनकी जमीन पर आवादा कंपनी ने सोलर प्रोजेक्ट लगाया था। जिसके रुपए कंपनी की ओर से मिलना बाकी था। रुपए न मिलने से ननोरे व कंपनी का विवाद शुरू था। इस बीच संजय ननोरे की आरोपी अनिल राठोड़ व संजय राठोड़ से मुलाकात हुई।

आरोपियों ने खुद की पहचान अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद दिल्ली के पदाधिकारी के तौर पर दी। कंपनी के खिलाफ लड़ना इतना आसान नहीं ऐसा कहते हुए वह खेत राहुल महाजन नामक व्यक्ति को 7 लाख रुपए में बेचने के लिए कहा। लेकिन उसके बाद कंपनी की ओर से ननोरे के बैंक खाते में 22 लाख रुपए प्राप्त हुए थे। परंतु अनिल राठोड़ और संदीप राठोड़ ने कंपनी की ओर से 33 लाख रुपए निकालकर देते है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार के अध्यक्ष को रुपए देना होगा। इस तरह का झांसा देकर ननोरे से 15 लाख रुपए लेकर जालसाजी की। लेकिन ठगबाजी का मामला सामने आते ही संजय ननोरे ने चांदूर रेलवे थाने में शिकायत की। पुलिस ने आरोपी अनिल राठोड़ और संदीप राठोड़ के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।

पुलिस ने किया आह्वान : अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार, राष्ट्रीय मानव अधिकार, राज्य मानव अधिकार आयोग के नाम पर झूठे पहचान पत्र, लेटर हेड के नाम पर कुछ लोगों से जालसाजी की जानकारी प्राप्त हुई है। इस तरह किसी के साथ भी ठगी होने को लेकर पुलिस ने नागरिकों को आह्वान किया है कि किसी पर भी विश्वास न रखते हुए तुरंत संबंधित थाने में शिकायत करें।


Created On :   6 Aug 2024 9:12 AM GMT

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