तफ्तीश: एटीएम फोड़ने वाले गिरोह के मुखिया को पकड़ने गए दल पर हरियाणा में पथराव

एटीएम फोड़ने वाले गिरोह के मुखिया को पकड़ने गए दल पर हरियाणा में पथराव
  • हरियाणा से गिरोह का एक सदस्य पकड़ाया, पांच आरोपी फरार
  • वरुड़ व तिवसा के एटीएम से उड़ाए थे 39 लाख 48 हजार
  • गिरोह की जड़ तक पहुंचने की पुलिस कर रही कोशिश

डिजिटल डेस्क, अमरावती। गैस कटर से एटीएम काटकर कैश उड़ाने वाले गिरोह के एक सदस्य को हरियाणा के मेवात से गिरफ्तार करने के बाद इसके मुख्य सरगना जमशेद उर्फ पिट्‌टल को पकड़ने के लिए ग्रामीण पुलिस की क्राइम ब्रांच ने वहां के पुलिस दल के साथ मेवात में जाल बिछाया, लेकिन जैसे ही सरगना को गिरफ्तार करने पहुंची तो वहां के ग्रामवासियों ने पुलिस दल पर जमकर पथराव कर दिया। जिसके कारण भौगोलिक स्थिति का लाभ उठाकर गिरोह सरगना जमशेद और उसके चार साथी फरार होने में कामयाब हो गया। फिर भी अमरावती ग्रामीण पुलिस ने हार नहीं मानी है। एटीएम फोड़ने वाले गिरोह की जड़ तक पहुंचने की कोशिश चल रही है।

वरुड़ पुलिस की रिमांड में है एक आरोपी : लगभग पांच माह पहले 9 जनवरी की रात जिले के वरुड़ व तिवसा थाना क्षेत्र के तहत अज्ञात आरोपियों ने एसबीआई की दो एटीएम मशीन गैस कटर की मदद से काटकर वरुड़ के एटीएम से 18 लाख 75 हजार 800 रुपए और तिवसा के एटीएम से 20 लाख 72 हजार 800 रुपए इस तरह कुल 39 लाख 48 हजार 600 रुपए चुराए थे। वरुड थाने में आशिष मधुकर चेचरे व तिवसा में अल्पेश रमेश तांबुस्कर की शिकायत पर पुलिस ने मामले दर्ज किए थे। इन दोनों घटनाओं को हरियाणा के मेवात गांव में सक्रिय रहने वाले गिरोह ने अंजाम दिया था। इस गिरोह के मो. तौफिक मो.कमरुद्दीन (32, जमालगड, मेवात, हरियाणा) को पुलिस ने 20 जनवरी को गिरफ्तार कर लाया था। उसके पास से 10 लाख रुपए जब्त भी किए थे। मो. तौसिफ की गिरफ्तारी के बाद पुलिस लगातार इस गिरोह का पीछा कर रही थी। गिरोह तक पहुंचने ग्रामीण पुलिस की अपराध शाखा के तीन दल तैयार किए। जिसमें से एक दल ने 21 जून को हरियाणा के ओथा गांव से मुस्तकीन उर्फ फौजी मुसा (28) गिरफ्तार कर लाया। मुस्तकीन फिलहाल वरुड पुलिस की हिरासत में है। वरुड़ के न्यायालय ने 27 जून तक उसकी कस्टडी दी है।

गांववासी आ जाते हैं आगे : जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने बताया कि ग्रामीण पुलिस का एक दल हरियाणा के मेवात में लगातार 8 दिन रुका। यह दल गिरोह का सरगना जमशेद उर्फ पिट्‌टल को पकड़ने के प्रयास में था। उसे पकड़ने के लिए स्थानीय पुलिस ने हरियाणा पुलिस की भी मदद ली। पुलिस जब जमशेद को गिरफ्तार करने गई, तब गांववासियों ने पुलिस को रोकने उन पर पथराव करना शुरू किया और गांव की भौगोलिक स्थिति का फायदा उठाकर जमशेद और उसके चार साथी भागने में सफल हुए।

गिरोह का सरगना है जमशेद उर्फ पिट्‌टल : गिरोह हरियाणा के जमालगड, पिंगगवा, नावली जैसे छोटे-छोटे गांवों में बसा हुआ है। इस गिरोह का सरगना जमशेद उर्फ पिट्‌टल इलियास (नावली) बताया गया है। उसके साथी जुनेद हाजर खां (पिंगगवा), शहादत हाजर खां (पिंगगवा), शाहीद हसन (जमालगड) यह तीनों फरार हैं।


Created On :   25 Jun 2024 10:33 AM GMT

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