Amrawati News: विधान सभा चुनाव में गूंजेगा बंद पड़े फिनले मिल का मुद्दा

विधान सभा चुनाव में गूंजेगा बंद पड़े फिनले मिल का मुद्दा
  • कई महीने से मजदूरी नहीं मिल रही
  • पिछले चार वर्ष से बोनस से वंचित
  • बंद पड़ी फिनले मिलों को फिर से खोलने की मांग

Amrawati News कोरोना काल में केंद्र सरकार द्वारा बंद किये गये अचलपुर शहर के फिनले मिल के श्रमिक पिछले चार वर्ष से बोनस से वंचित हैं और पिछले कई महीने से मजदूरी भी नहीं मिल रही है। कामगारों की दीवाली इस बार भी अंधेरे में है। एक ओर जहां मजदूर कई वर्षों से कई बंद पड़ी फिनले मिलों को फिर से खोलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा कोई समाधान नहीं निकाले जाने से बंद पड़ी फिनले मिलों के कारण मजदूरों को भुखमरी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

अचलपुर शहर में बंद पड़ी फिनले मिल में लगभग 800 श्रमिकों के लिए आजीविका का सृजन किया गया है। इसके चलते कोरोना काल में बंद पड़ी मिलों में काम करने वाले मजदूर अपने परिवार के गुजारे के लिए जो कई महीने से मजदूरी भी नहीं मिल रहीर सकते हैं, कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा चुनाव में भी बंद फिनले मिल का मुद्दा छाये रहने की आशंका जताई जा रही है।

अचलपुर शहर में बंद फिनले मील के कारण आर्थिक और मानसिक परेशानी झेल रहे 15 कर्मचारियों ने आत्महत्या कर ली है। हर चुनाव में बंद फिनले मिल का मुद्दा सबसे आगे रहता है, हकीकत में एहसास हुआ। बंद पड़ी फिनले मिल को फिर से शुरू करने की मांग सहित श्रमिकों की विभिन्न मांगों को लेकर मिल श्रमिक संघ की ओर से विभिन्न आंदोलन और भूख हड़तालें की गईं। लेकिन आज भी यह मसला हल नहीं होने से मजदूर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हंै।

न्याय न मिलने से चुनाव का करेंगे बहिष्कार लगातार बेरोजगारी की मार झेल रहे मिल के कामगारों ने न्याय नहीं मिलने पर विस चुनाव का बहिष्कार करने की बात कही है। कोरोना काल में केंद्र सरकार द्वारा बंद की गई अचलपुर शहर की फिनले मिल को पुनः चालू करने की मांग को लेकर श्रमिकों का संघर्ष जारी है, इस पर मिल श्रमिक संघ के राजा ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। पिछले 4 साल से बोनस से वंचित किसान विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की तैयारी कर रहे हैं।

लोस चुनाव में भी हुई थी चर्चा अचलपुर शहर में बंद पड़े फिनले मिल का मुद्दा इस साल खत्म हुए लोकसभा चुनाव में खूब उछला था। इस मुद्दे पर कार्यकर्ताओं ने भी खूब आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे, जिससे कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि यह मुद्दा बनेगा।अमरावती जिले के सांसद बलवंत वानखड़े ने इसे केंद्र सरकार के स्तर पर हल किया। इसलिए यह तस्वीर है कि यह मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रबल होगा।

Created On :   26 Oct 2024 9:40 AM GMT

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