Amravati News: मेलघाट में हैंडपंप के लिए 200 फीट खुदाई की शर्त से गहराया जलसंकट

मेलघाट में हैंडपंप के लिए 200 फीट खुदाई की शर्त से गहराया जलसंकट
  • मेलघाट के कई हैंडपंप पानी की कमी से सूख गए
  • शर्त में ढील नहीं दिए जाने के कारण संकट

Amravati News सरकारी हैंडपंपों को दो सौ फीट खोदने की शर्त में ढील नहीं दिए जाने के कारण मेलघाट के कई हैंडपंप पानी की कमी के कारण सूख गए हैं और इन हैंडपंपों से पानी नहीं निकलने के कारण जलसंकट की स्थिति पैदा हो गई है। इतना ही नहीं तो लाखों रुपए की निधि भी बेकार हो गई है। जल संकट को लेकर आदिवासियों में अभी से चिंता देखी जा रही है।

200 फीट ही खुदाई की अनिवार्यता के कारण कई हैंडपंपों ने गर्मी से पहले ही दम तोड़ दिया है। तेजी से घट रहे जलस्तर को भी इसके लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। वर्तमान में मेलघाट पहाड़ियों में जलस्तर घट रहा है, इसलिए बोरवेल में फरवरी से पानी की कमी हो रही है। बोरवेल की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। इसलिए निजी बोरवेल खोदने वाले तब तक बोरवेल खोद रहे हैं जब तक पानी नहीं मिल जाता। लेकिन चूंकि हैंडपंपों के लिए केवल दो सौ फीट खुदाई की अनुमति है, इसलिए इन हैंडपंपों का जल स्तर आमतौर पर मार्च की शुरुआत से ही नीचे चला जाता है और पानी की कमी के कारण ये हैंडपंप खुद ही सूख जाते हैं।

गर्मियों के दौरान मेलघाट की महिलाओं को पानी की तलाश में जंगल-जंगल भटकना पड़ता है। धारणी पंचायत समिति में हैंडपंप मरम्मत इकाई काम कर रही है। गांवों में जलजीवन मिशन के पूरा होने के साथ इन हैंडपंपों का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या वर्तमान में बहुत कम है। ऐसे संकेत हैं कि बिजली कटौती के कारण जलापूर्ति योजना बंद होने के बाद महिलाएं इन हैंडपंपों का उपयोग कर रही हैं। निजी बोरवेल 1,000 फीट से अधिक खुदाई करते हैं, जिससे हैंडपंपों से पानी गायब हो रहा है।

Created On :   13 Feb 2025 11:42 AM IST

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