Amravati News: आकार लेने लगा अमरावती का पायलट प्रशिक्षण केंद्र, वैश्विक दर्जे के फ्लाइंग इन्फ्रास्ट्रक्चर का हो रहा निर्माण

आकार लेने लगा अमरावती का पायलट प्रशिक्षण केंद्र, वैश्विक दर्जे के फ्लाइंग इन्फ्रास्ट्रक्चर का हो रहा निर्माण
  • अगले वर्ष अप्रैल-मई तक हो जाएगा शुरू
  • केन्द्र देश में 3000 पायलटों को नौकरी का सृजन करेगा

Amravati News विदर्भ की दूसरी बड़ी संभागीय नगरी अमरावती की उड़ान अब थमने का नाम नहीं लेंगी। एक ओर जहां बेलोरा (अमरावती) एयरपोर्ट से एलायंस एयर सप्ताह में तीन दिन नियमित कमर्शियल फ्लाइट शुरू करने जा रही है। वहीं एयरपोर्ट पर दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा पायलट प्रशिक्षण केंद्र आकार लेने लगा है। बेलोरा एयरपोर्ट की पुरानी बिल्डिंग से सटी पश्चिम दिशा (हाईवे) में 10 एकड़ क्षेत्र पर युद्धस्तर पर चल रहे निर्माण कार्य को देखते हुए स्वतंत्र रूप से एक दर्जन सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए गए है। यहां तक की भीतर किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं है।

महाराष्ट्र एयरपोर्ट डेवलपमेंट कंपनी (एमएडीसी) ने तत्कालीन उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पहल पर एयर इंडिया के साथ 27 जून 2024 को एमएडीसी की व्यवस्थापकीय संचालक स्वाति पांडे और एयर इंडिया के संचालक सुनील भास्करन के बीच यह सांमजस्य करार किया था। जिसके अनुसार अगले वर्ष 2025 में अप्रैल-मई में अमरावती एयरपोर्ट पर उड़ान ऑपरेशन समेत पायलट प्रशिक्षण प्रकल्प पूर्णत: कार्यान्वित किए जाने के लिए युद्धस्तर पर निर्माण कार्य चल रहा है। यह केंद्र देश में 3000 पायलटों को नौकरी का सृजन करेगा। डीजीसीए के लाइसेंसी फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गनायजेशन (एफटीओ) के माध्यम से भारत में किसी विमान कंपनी द्वारा स्थापित यह पहला एफटीओ होगा। इस सहयोगी उपक्रम के साथ एयर इंडिया के एविएशन अकादमी के नेतृत्व में एक टीम अमरावती में इस प्रकल्प के भूस्तरीय योजना की ड्राइंग बना रही है। एयर इंडिया 31 सिंगल इंजन और तीन ट्विन इंजन विमान द्वारा प्रति वर्ष 180 व्यावसायिक पायलट को अभूतपूर्व प्रशिक्षण कार्यक्रम का अनुभव देगी। इस तरह प्रति वर्ष 36,000 फ्लाइट घंटे लॉग इन किया जाएगा। जो भारत के एफटीओ द्वारा सर्वाधिक रहेगा।

प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों के लिए अमरावती एयरपोर्ट में 10 एकड़ जगह पर यह अत्याधुनिक प्रशिक्षण संस्था विकसित हो रहा है। जिसमें डिजिटल-सक्षम कक्षाएं, वैश्विक शिक्षा मापदंड़ों समेत सुसज्जित छात्रालय, एक डिजिटल ऑपरेशन सेंटर और ऑपरेशनल कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए मेंटनेंस सुविधा रहेंगी। इच्छुकों को कुशल पायलट बनने का सपना साकार करने की दिशा में यह केंद्र सक्षम होगा। आगामी एक-दो वर्ष में अमरावती में प्रशिक्षित पायलट द्वारा उड़ाए जाने वाले प्लेन में यात्रा का सुखद अनुभव जिलावासियों को हो पाएगा।

Created On :   1 April 2025 5:28 PM IST

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